मुंबई, 17 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) आधुनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों की जटिलताओं, लंबे इंतज़ार और डॉक्टर-मरीज़ के बीच संवाद की कमी से निराश मरीज़ अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का सहारा ले रहे हैं। स्वास्थ्य संबंधी जानकारी, निदान (Diagnosis) की पुष्टि और यहां तक कि भावनात्मक समर्थन के लिए मरीज़ तेजी से ChatGPT जैसे बड़े भाषा मॉडल (LLMs) की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवा के परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव आ रहा है।
क्यों बढ़ रहा है AI का इस्तेमाल?
मरीज़ों के AI की ओर मुड़ने के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं, जो वर्तमान चिकित्सा प्रणाली की कमियों को उजागर करते हैं:
निदान की लंबी प्रक्रिया: कई मरीज़ों को सही निदान तक पहुंचने में वर्षों लग जाते हैं। AI उपकरण जटिल लक्षणों और दुर्लभ बीमारियों के बीच पैटर्न को तेज़ी से पहचान सकते हैं, जो अक्सर मानव डॉक्टरों के लिए मुश्किल होता है।
डॉक्टरों का कम समय: स्वास्थ्य पेशेवरों पर बढ़ते काम के बोझ के कारण, मरीज़ों को डॉक्टर के साथ पर्याप्त समय नहीं मिल पाता। AI चैटबॉट्स उन्हें अपनी स्वास्थ्य चिंताओं को विस्तार से बताने और तुरंत प्रतिक्रिया प्राप्त करने का अवसर देते हैं।
भावनात्मक और संवाद संबंधी खाई: AI मरीज़ों को वह 'सहानुभूति' (Empathy) और समर्थन प्रदान करता है जो वे अक्सर व्यस्त स्वास्थ्य पेशेवरों में नहीं पाते। मरीज़ अपनी भावनाओं और चिंताओं को बिना किसी डर के व्यक्त कर पाते हैं।
AI कैसे बन रहा है स्वास्थ्य सहायक?
AI उपकरण कई तरीकों से मरीज़ों की मदद कर रहे हैं:
जटिल स्वास्थ्य जानकारी का सरलीकरण: AI लंबे चिकित्सा रिपोर्टों और शोध पत्रों को सरल, समझने योग्य भाषा में सारांशित कर सकता है, जिससे मरीज़ अपने इलाज के विकल्पों को बेहतर ढंग से समझ पाते हैं।
'डॉक्टर Google' से बेहतर: पारंपरिक सर्च इंजन पर स्वास्थ्य जानकारी अक्सर भ्रामक और चिंताजनक होती है। AI अधिक संदर्भ-जागरूक (context-aware) और संतुलित प्रतिक्रियाएँ प्रदान करता है।
स्वास्थ्य कोच और मानसिक समर्थन: कई उपयोगकर्ता AI को मानसिक स्वास्थ्य कोच या डायटीशियन के रूप में उपयोग करते हैं, जो उन्हें नियमित रूप से सुझाव और प्रोत्साहन प्रदान करते हैं।
निदान की पुष्टि: मरीज़ अक्सर AI से अपने डॉक्टर के निदान या उपचार योजना पर दूसरा दृष्टिकोण (second opinion) मांगते हैं।
संभावित जोखिम और विशेषज्ञ की राय
हालांकि AI एक शक्तिशाली उपकरण साबित हो रहा है, चिकित्सा विशेषज्ञों ने इसके उपयोग में निहित जोखिमों के बारे में चेतावनी दी है:
गलत सूचना: AI द्वारा प्रदान की गई जानकारी हमेशा 100% सटीक नहीं होती, जिससे गलत स्व-निदान (Self-diagnosis) या अनुचित उपचार हो सकता है।
सुरक्षा और गोपनीयता: स्वास्थ्य डेटा की गोपनीयता एक बड़ी चिंता है जब मरीज़ संवेदनशील जानकारी को सार्वजनिक AI प्लेटफॉर्म में डालते हैं।
मानवीय निर्णय का अभाव: AI मानवीय अंतर्ज्ञान, नैदानिक अनुभव और भावनात्मक बारीकियों को प्रतिस्थापित नहीं कर सकता, जो सही निदान के लिए आवश्यक हैं।
निष्कर्ष: AI स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण 'पुल' का काम कर रहा है, जो निराश मरीज़ों को जानकारी और नियंत्रण की भावना प्रदान करता है। हालांकि, यह स्पष्ट है कि AI को केवल एक सहायक उपकरण के रूप में कार्य करना चाहिए, न कि प्रशिक्षित डॉक्टर के विकल्प के रूप में। विशेषज्ञों का कहना है कि स्वास्थ्य प्रणालियों को इस तकनीक को जिम्मेदारी से एकीकृत करने की आवश्यकता है, ताकि मरीज़ों को सशक्त बनाया जा सके और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।