भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) का खतरा एक बार फिर तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है। 6 जून 2025 की ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, देशभर में अब तक 4800 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, जबकि 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यह स्थिति स्वास्थ्य विभाग और सरकार दोनों के लिए चिंता का विषय बन चुकी है।
पानीपत में पहला केस, गाजियाबाद में 48 एक्टिव केस
हरियाणा के पानीपत जिले में भी अब पहला कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आया है। यह मरीज 24 वर्षीय महिला है जिसे खांसी-जुकाम की शिकायत पर टेस्ट करवाने के लिए कहा गया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे जिला अस्पताल में आइसोलेट कर दिया गया है। वहीं, गाजियाबाद जिले में कोविड के 48 एक्टिव केस हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों में ही 3 नए केस सामने आए हैं।
फरीदाबाद में एक ही दिन में 7 केस, संख्या बढ़कर 38
दिल्ली से सटे फरीदाबाद में भी गुरुवार को 7 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिससे जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 38 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कर लिया है और उनके संपर्क में आए लोगों की पहचान कर क्वारंटीन किया जा रहा है।
देशभर में बढ़ रहे केस: ओडिशा में स्कूलों को गाइडलाइन, दिल्ली में मासूम की मौत
भारत के अलग-अलग राज्यों में कोरोना संक्रमण का असर देखने को मिल रहा है। ओडिशा सरकार ने सभी स्कूलों के लिए नई कोविड गाइडलाइंस तैयार की हैं, जो गर्मियों की छुट्टियों के बाद लागू की जाएंगी। इसमें छात्रों और स्टाफ के लिए मास्क पहनना, हाथ धोना और सामाजिक दूरी जैसे उपाय शामिल हैं।
दिल्ली में एक और झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। एक पांच महीने के शिशु की कोरोना से मौत हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को इस समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
अब सरकार की रणनीति क्या?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए सभी राज्यों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकारों को सलाह दी गई है कि वे जिला स्तर पर ICU बेड्स, ऑक्सीजन सिलेंडर, और टेस्टिंग किट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करें। साथ ही कोविड वैक्सीनेशन की समीक्षा भी करने को कहा गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बयान में कहा:
“यह सही है कि स्थिति चिंताजनक है लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार पूरी तरह से तैयार है और आम जनता को भी सहयोग करना होगा।”
विशेषज्ञों की राय: सतर्कता ही बचाव
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस बार-बार रूप बदलकर (म्यूटेट होकर) सामने आ रहा है, जिससे केसों में अस्थायी उछाल आ सकता है। इसीलिए लोगों को पुराने नियमों की तरफ लौटना चाहिए:
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मास्क पहनें, खासकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में।
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हाथों को बार-बार धोएं या सेनिटाइजर का प्रयोग करें।
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सार्वजनिक जगहों पर सामाजिक दूरी बनाए रखें।
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ठंड-जुकाम या बुखार की शिकायत होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
कोरोना से बचाव के लिए डाइट पर भी ध्यान दें
डॉक्टर्स का कहना है कि अच्छी इम्युनिटी बनाए रखने के लिए लोगों को स्वस्थ और संतुलित भोजन लेना चाहिए। विटामिन C, D, और जिंक से भरपूर फलों, हरी सब्जियों और पर्याप्त पानी का सेवन बहुत जरूरी है। इसके अलावा, नियमित रूप से योग या हल्की एक्सरसाइज करना भी फायदेमंद होगा।
निष्कर्ष
कोरोना वायरस की वापसी ने एक बार फिर देश को सतर्क कर दिया है। हालांकि अभी स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन अगर सतर्कता नहीं बरती गई तो यह लहर भी बड़ी साबित हो सकती है। ऐसे में नागरिकों की जिम्मेदारी बनती है कि वे फिर से कोविड गाइडलाइंस का पालन करें, ताकि न सिर्फ खुद को, बल्कि अपने परिवार और समाज को भी सुरक्षित रख सकें।