राजस्व मंत्री आतिशी ने बुधवार को बताया कि दिल्ली सरकार ने कश्मीरी गेट पर 20,000 लोगों के लिए देश का सबसे बड़ा कांवड़ शिविर स्थापित किया है। आतिशी ने कांवड़ शिविर का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया और प्रशासन को कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए कांवड़ यात्रा के दौरान सतर्क रहने का निर्देश दिया, एक आधिकारिक बयान में बताया गया।
मंत्री ने बताया कि शिविर में पुरुष और महिला कांवड़ियों के लिए अलग-अलग हॉल उपलब्ध हैं, साथ ही प्रसाद ग्रहण करने के लिए एक बड़ा भोजन कक्ष भी है। आतिशी ने बताया, "दिल्ली भर में 185 कांवड़ शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां वाटरप्रूफ टेंट, सोने की व्यवस्था, स्वच्छ पानी और शौचालय जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।"
मंत्री के अनुसार, सभी शिविरों में चौबीसों घंटे चिकित्सा कर्मचारी मौजूद रहेंगे, ताकि आवश्यकता पड़ने पर कांवड़ियों को तत्काल उपचार दिया जा सके। उन्होंने कहा कि स्थानीय औषधालयों को शिविरों से जोड़ा गया है, तथा आपात स्थिति के लिए CATS एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। सावन (श्रावण) के पवित्र महीने के पहले दिन सोमवार को कांवड़ यात्रा शुरू हुई और 2 अगस्त को भगवान शिव को गंगा जल चढ़ाने के साथ इसका समापन होगा। बड़ी संख्या में कांवड़िये दिल्ली पहुंचेंगे, जबकि उनमें से कुछ दिल्ली की सीमाओं के रास्ते हरियाणा और राजस्थान जाएंगे।