ईजमाईट्रिप के सीईओ निशांत पिट्टी ने मालदीव में बुकिंग फिर से शुरू करने को लेकर कांग्रेस पार्टी की आलोचना पर पलटवार किया। ईजमाईट्रिप द्वारा मालदीव यात्रा पर अस्थायी निलंबन हटाए जाने के बाद विवाद शुरू हुआ, जिसके बाद कांग्रेस ने आरोप लगाए। उन्होंने तर्क दिया कि मालदीव के हालिया राजनीतिक और मानवाधिकार मुद्दों के मद्देनजर यात्रा फिर से शुरू करना असंवेदनशील था।
पिट्टी ने स्पष्ट किया कि भू-राजनीतिक तनाव के कारण सरकार की सलाह के बाद प्रारंभिक निलंबन किया गया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि सलाह हटाने के बाद, कंपनी ने व्यवसाय संचालन को बनाए रखने और ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए तेजी से बुकिंग फिर से शुरू कर दी। पिट्टी ने सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करने और ग्राहकों की सुरक्षा और प्राथमिकताओं को प्राथमिकता देने के लिए ईजमाईट्रिप की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
पिट्टी का बयान हितधारकों को आश्वस्त करने का प्रयास करता है कि ईजमाईट्रिप ने आधिकारिक सलाह का सख्ती से पालन किया और उचित होने पर तेजी से कार्रवाई की। उन्होंने कंपनी के फैसले का बचाव किया, ग्राहकों की जरूरतों का समर्थन करने और भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के प्रति सतर्क रहने के महत्व पर जोर दिया।यह घटना जटिल दुनिया की याद दिलाती है, जिसमें ट्रैवल कंपनियां आगे बढ़ती हैं, जहां विकल्प ग्राहकों की मांगों, सरकारी निर्देशों और व्यापक नैतिक चिंताओं के मिश्रण से प्रभावित होते हैं। चूंकि पर्यटन उद्योग इन चुनौतियों से जूझ रहा है, इसलिए पारदर्शिता और जवाबदेही ग्राहकों और जनता के साथ विश्वास और विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं।