आजकल कई महिलाएं शादी के बाद अपना सरनेम नहीं बदलती हैं, लेकिन जो महिलाएं शादी के बाद अपने पति का सरनेम रखती हैं, क्या उनके लिए दस्तावेजों से अपना पिछला सरनेम हटाना जरूरी है? क्या शादी के बाद आधार कार्ड में पता बदलना जरूरी है? जवाब के साथ-साथ आइए आपको बताते हैं कि आप घर बैठे आधार कार्ड के जरिए अपना सरनेम कैसे बदल सकते हैं बेटियां पैदा होते ही पराया धन कहलाती हैं, शायद इसका एक कारण यह भी है कि शादी के बाद उन्हें दूसरे घर भेज दिया जाता है और परिवार ही नहीं, नाम और पता भी बदल जाता है। शादी के बाद ज्यादातर लड़कियों के लिए नई जगह पर खुद को बसाने और कुछ दस्तावेजों को अपडेट कराने की जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है। (Aadhaar Surname Change)?
क्या शादी के बाद सरनेम बदलना जरूरी है?
विवाह के बाद पता बदलना नियमानुसार आवश्यक नहीं है। हालाँकि, किसी भी व्यक्ति को अपना उपनाम बदलने की भी आज़ादी है। जहां तक महिलाओं की बात है तो उनके लिए शादी के बाद अपना सरनेम बदलना जरूरी नहीं है, यह उनकी मर्जी है। हालाँकि, ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब माता-पिता के अलग-अलग उपनाम के कारण बच्चों को स्कूल में दाखिला लेना पड़ता है, जिससे परेशानी होती है। ऐसी स्थिति में मां को अपना उपनाम बदलना पड़ सकता है, लेकिन अगर यह सिर्फ एक नाम है तो जरूरी नहीं कि उसे अपने नाम के साथ अपने पति का उपनाम भी जोड़ना पड़े।
क्या आधार कार्ड से सरनेम बदलना जरूरी है?
प्राचीन काल से ही महिलाएं शादी के बाद अपने पति का उपनाम अपने नाम के साथ जोड़ती रही हैं, लेकिन कानूनी तौर पर इसकी आवश्यकता नहीं है। हालाँकि, यदि कोई महिला अपने पति का उपनाम अपने नाम के साथ जोड़ती है, तो उसके लिए अपने सभी दस्तावेजों पर नया उपनाम अपडेट करना भी महत्वपूर्ण है। ऐसे में आधार कार्ड पर सरनेम बदलना भी जरूरी है, जो सबूत के तौर पर काम आता है।
शादी के बाद आधार में नाम कैसे बदलें या अपडेट करें?
आधार कार्ड में कोई भी बदलाव करने के लिए आप uidai की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं। शादी के बाद अगर आप आधार से नाम बदलना चाहते हैं या सरनेम अपडेट करना चाहते हैं तो यूआईडीएआई की साइट पर जा सकते हैं। इसका ऑनलाइन तरीका आप वीडियो के जरिए भी समझ सकते हैं।