आज के डिजिटल दौर में सोशल मीडिया खबरों का सबसे तेज़ माध्यम बन गया है, लेकिन यही प्लेटफॉर्म अब फेक न्यूज का सबसे बड़ा जरिया भी बनता जा रहा है। किसी भी बयान, फोटो या वीडियो को गलत संदर्भ में पेश कर देना अब बेहद आम बात हो गई है। इसका असर न केवल समाज पर पड़ता है, बल्कि लोगों की छवि को भी नुकसान होता है। हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें सोशल मीडिया पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और भाजपा नेता मनोज तिवारी को लेकर भ्रामक पोस्ट वायरल की गई।
क्या है वायरल दावा?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट तेज़ी से वायरल हो रही है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि,
"दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता को थप्पड़ मारे जाने पर भाजपा नेता मनोज तिवारी ने चुटकी ली है।"
इस दावे के साथ एक वीडियो भी शेयर की गई, जिसमें मनोज तिवारी को एक बयान देते हुए दिखाया जा रहा है। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है,
"रेखा गुप्ता थप्पड़ कांड पर भाजपा नेता मनोज तिवारी ने ली चुटकी!"
इस पोस्ट को लेकर काफी लोगों ने प्रतिक्रिया दी और इस पर विश्वास कर लिया, लेकिन क्या ये सच है?
टीम ने जब इस वायरल वीडियो और दावे की जांच की तो हकीकत कुछ और ही निकली। जांच की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार रही:
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वीडियो की रिवर्स इमेज सर्च करने पर पता चला कि यह वीडियो पुराना है।
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यह वीडियो 4 मई 2019 को एबीपी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था।
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उस समय दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान रोड शो में किसी ने अरविंद केजरीवाल को थप्पड़ मार दिया था।
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मनोज तिवारी ने उस समय इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी।
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इस पुराने वीडियो को गलत तरीके से एडिट करके आज की घटना से जोड़ दिया गया।
इसके अलावा, मनोज तिवारी का एक्स अकाउंट खंगालने पर भी 20 अगस्त की एक पोस्ट मिली, जिसमें उन्होंने रेखा गुप्ता पर हमले की निंदा की और सख्त कार्रवाई की मांग की थी। इससे यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने कोई मजाक या चुटकी नहीं ली, बल्कि गंभीरता से प्रतिक्रिया दी थी।
🚫 फेक न्यूज का असर और सावधानी
इस घटना से यह साफ हो जाता है कि सोशल मीडिया पर किसी भी वीडियो या बयान पर आंख मूंदकर विश्वास करना खतरनाक हो सकता है। खासकर राजनीतिक मामलों में गलत जानकारी का इस्तेमाल जनता को भ्रमित करने और नेताओं की छवि खराब करने के लिए किया जा सकता है।
यह दावा पूरी तरह से झूठा पाया गया। वायरल वीडियो और पोस्ट को गलत जानकारी के साथ शेयर किया गया था।
निष्कर्ष: जागरूक बनें, भ्रामक पोस्ट से बचें
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सोशल मीडिया पर फैली कोई भी खबर शेयर करने या उस पर विश्वास करने से पहले उसकी सच्चाई की जांच करें।
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जैसे विश्वसनीय फैक्ट चेक प्लेटफॉर्म की मदद लें।
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याद रखें, एक गलत शेयर कई लोगों को गुमराह कर सकता है।
इस फैक्ट चेक से यह स्पष्ट हो गया है कि मनोज तिवारी ने रेखा गुप्ता पर कोई टिप्पणी नहीं की, और वायरल वीडियो का उनके हालिया बयान से कोई लेना-देना नहीं है।