मुंबई, 21 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारतीय डिप्लोमैट अनुपमा सिंह ने बुधवार को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की बैठक में पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद के झूठे प्रोपेगैंडा को कड़ा जवाब दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद का केंद्र है और पीड़ित बनने का दिखावा करने का कोई हक नहीं रखता। अनुपमा ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की हत्या पाकिस्तान द्वारा प्रशिक्षित आतंकवादियों ने की थी, जिन्होंने निर्दोष लोगों को उनके परिवार के सामने गोली मारी।
अनुपमा सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में कहा कि भारत ने आतंकवादियों के ठिकानों को सटीकता के साथ निशाना बनाया, जबकि पाकिस्तान सिंधु जल समझौते को लेकर भी झूठे दावे कर रहा है और सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देकर हर अंतरराष्ट्रीय समझौते का उल्लंघन कर रहा है। दूसरी ओर, पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सेना की एक स्कूल बस पर हुए आत्मघाती हमले में तीन बच्चे समेत पांच लोग मारे गए और 35 बच्चे घायल हुए। इस हमले की निंदा करते हुए पाकिस्तान की सेना और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे ‘भारतीय आतंकी एजेंट्स’ का कृत्य बताया। भारत ने इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा करता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान अपनी असफलताओं से ध्यान हटाने के लिए भारत पर झूठे आरोप लगाता रहता है, जिसे दुनिया नकार चुकी है। भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच पाकिस्तान ने भारतीय उड़ानों के लिए अपने एयर स्पेस को एक महीने और बंद रखने का फैसला किया है। यह प्रतिबंध 23 मई को समाप्त हो रहा था, लेकिन इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन (ICAO) के नियमों के तहत एयर स्पेस पर एक बार में एक महीने से अधिक प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता, इसलिए इसे एक महीने के लिए बढ़ाया जाएगा। इस संबंध में नोटिस टू एयरमेन (Notam) जल्द जारी किया जाएगा।