हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक रवैया अपना लिया है। इस हमले ने न केवल देश की सुरक्षा व्यवस्था को झकझोर दिया, बल्कि भारत की कूटनीति और सैन्य नीति को भी नई दिशा दी है। पिछले 8 दिनों में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए हैं और यह स्पष्ट कर दिया है कि अब देश चुप नहीं बैठेगा।
भारत ने पाकिस्तान को उसके किए की कड़ी सजा देने की ठान ली है। सीमा पर स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो चुकी है, क्योंकि पाकिस्तान लगातार LOC (लाइन ऑफ कंट्रोल) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीजफायर उल्लंघन कर रहा है। यह सिलसिला 24 अप्रैल से शुरू हुआ, और अब तक थमा नहीं है। पाकिस्तान की सेना ने भारतीय क्षेत्रों में बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की है।
LOC पर लगातार सातवें दिन गोलीबारी
30 अप्रैल की रात, यानी बुधवार को पाकिस्तानी सेना ने लगातार सातवें दिन LOC पर गोलीबारी की। यह फायरिंग कुपवाड़ा, उरी और अखनूर सेक्टरों में की गई। यह बेहद गंभीर मामला है क्योंकि इससे स्थानीय नागरिकों की जान जोखिम में आ रही है और सीमावर्ती गांवों में दहशत का माहौल है।
भारतीय सेना ने इस हिमाकत का करारा जवाब दिया है। जवानों ने LOC पर पूरी मुस्तैदी से मोर्चा संभाल रखा है। पाकिस्तान की इस चाल का उद्देश्य भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान पहलगाम आतंकी हमले से भटकाना है। लेकिन भारतीय सेना ने यह साफ कर दिया है कि अब किसी भी उकसावे पर जवाब देना तय है।
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी फायरिंग
पाकिस्तानी सेना की दुस्साहसिक हरकतें सिर्फ LOC तक सीमित नहीं हैं। 29 अप्रैल की रात, पाकिस्तान ने नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टरों में भी फायरिंग की थी। इसके अलावा, परागवाल सेक्टर (जम्मू) में भी गोलीबारी हुई। यह अंतरराष्ट्रीय सीमा है और यहां फायरिंग करना अंतरराष्ट्रीय कानूनों का भी उल्लंघन है।
भारत ने साफ किया है कि पाकिस्तान की इस हरकत का हर स्तर पर जवाब दिया जाएगा – चाहे वह सैन्य मोर्चा हो, कूटनीतिक हो या आर्थिक।
लगातार जारी है गोलीबारी का सिलसिला
यदि हम पीछे देखें तो पाकिस्तान ने 24 अप्रैल से अब तक हर रात LOC पर या अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी की है।
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24-25 अप्रैल: LOC पार से छोटे हथियारों से फायरिंग।
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26 अप्रैल: तुतमारी गली और रामपुर सेक्टर में फायरिंग।
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27 अप्रैल: कुपवाड़ा और पुंछ जिलों में LOC पर बिना उकसावे के गोलीबारी।
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28 अप्रैल: कुपवाड़ा, बारामूला और अखनूर सेक्टरों में गोलीबारी।
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29 अप्रैल: नौशेरा, सुंदरबनी और परागवाल में गोलीबारी।
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30 अप्रैल: सातवां दिन, फायरिंग जारी।
इस क्रम में साफ है कि पाकिस्तान सुनियोजित रणनीति के तहत LOC को अशांत दिखाने का प्रयास कर रहा है। वह चाहता है कि भारत का ध्यान आतंकी हमलों से हटे और सीमावर्ती तनाव में उलझा रहे।
भारत की नीति: जवाब, लेकिन संयम के साथ
हालांकि भारत ने इस बार अपने रुख में बदलाव करते हुए पाकिस्तान को सीधे तौर पर हर मोर्चे पर चुनौती दी है, लेकिन साथ ही संयम भी बरता है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान की हरकतों से अवगत कराया है और साक्ष्यों के साथ दुनिया के सामने पाकिस्तान की पोल खोलने का प्रयास किया है।
इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े राजनयिक कदम भी उठाए हैं – वीजा नीति में सख्ती, पाकिस्तान से व्यापारिक लेनदेन में कटौती और सीमा पर निगरानी में बढ़ोतरी जैसे निर्णय लिए गए हैं।
निष्कर्ष
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब "नई नीति - नया भारत" के तहत काम होगा। पाकिस्तान की कोई भी हिमाकत अब जवाब के बिना नहीं जाएगी। LOC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चल रही गोलीबारी इस बात का प्रमाण है कि पाकिस्तान तनाव को बढ़ाना चाहता है, लेकिन भारत पूरी तरह तैयार है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का यह प्रचंड रूप न केवल पाकिस्तान को चेतावनी है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक मजबूत राजनीतिक और सैन्य इच्छाशक्ति का प्रतीक भी है। भारत अब हर मोर्चे पर पाकिस्तान की हर चाल का जवाब देने को तैयार है – चाहे वह सीमा हो, संसद हो या अंतरराष्ट्रीय मंच।