भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए तनाव और संघर्ष के बाद सीजफायर लागू हो चुका है और इसका असर अब जमीनी हकीकत में भी दिखने लगा है। पंजाब, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान जैसे बॉर्डर से सटे राज्यों में हालात सामान्य होने लगे हैं। लोगों की जिंदगी अब धीरे-धीरे अपने पुराने ढर्रे पर लौट रही है। जहां एक तरफ स्कूल-कॉलेज खुलने लगे हैं, वहीं दूसरी ओर व्यापार और परिवहन गतिविधियां भी रफ्तार पकड़ने लगी हैं।
जम्मू-कश्मीर में बहाल हो रही शांति
जम्मू-कश्मीर में स्कूल और कॉलेज पहले ही खुल चुके हैं। बाजारों में रौनक लौट रही है और सड़कें अब फिर से चहल-पहल से भर गई हैं। सीजफायर के बाद से ड्रोन, गोलीबारी या किसी भी हमले की कोई खबर नहीं आई है, जिससे लोगों के मन में सुरक्षा की भावना जगी है। श्रीनगर एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन शुरू हो चुका है और हज यात्रियों का जत्था भी रवाना हुआ है।
इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में पुलिस और सेना मिलकर "ऑपरेशन केलर" चला रही है, जिसके तहत शोपियां में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराया गया है। यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि सुरक्षा एजेंसियां अब भी सतर्क हैं और किसी भी आतंकी खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं।
पंजाब में फिर से खुलने लगे स्कूल और कॉलेज
सीजफायर के बाद पंजाब में भी स्थिति सामान्य हो रही है। सीमा से सटे जिलों – अमृतसर, पठानकोट, फाजिल्का, फिरोजपुर, गुरदासपुर और तरनतारन – में अब स्कूल और कॉलेज खुलने लगे हैं। लोग अपने रोजमर्रा के कामकाज में व्यस्त हो गए हैं और बाजारों में रौनक लौटने लगी है।
हालांकि फिरोजपुर के ममदोट में मंगलवार सुबह एक पाकिस्तानी ड्रोन देखा गया, जिस पर BSF के जवानों ने 250 राउंड फायरिंग की, जिसके बाद ड्रोन वापस लौट गया। इससे सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
राजस्थान में भी राहत, जैसलमेर तक फैला मोबाइल सिम बैन
सीजफायर के बाद राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में भी शांति की स्थिति बन रही है। श्रीगंगानगर में पहले से लागू पाकिस्तानी सिम कार्ड बैन का आदेश अब जैसलमेर तक लागू कर दिया गया है। इससे सीमा पार के संचार माध्यमों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी और जासूसी गतिविधियों पर भी रोक लगेगी।
मोदी ने किया आदमपुर एयरबेस का दौरा, पाकिस्तान को दिया करारा जवाब
सीजफायर के तुरंत बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के आदमपुर एयरबेस का दौरा किया और वहां तैनात जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने आदमपुर एयरबेस को निशाना बनाया है, लेकिन प्रधानमंत्री के दौरे से यह साफ हो गया कि पाकिस्तान का दावा निराधार था। मोदी ने एक तरह से यह संकेत भी दिया कि भारत झूठे दावों और गीदड़भभकियों से डरने वाला नहीं है।
पाकिस्तानी अधिकारियों को निकाला, जासूस गिरफ्तार
सीजफायर के साथ ही भारत सरकार ने राजनयिक स्तर पर भी कड़ा रुख अपनाया है। पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात अधिकारियों को 24 घंटे के अंदर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा, पंजाब के बठिंडा आर्मी कैंट से एक पाकिस्तानी जासूस को भी गिरफ्तार किया गया है। इस गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई है।
पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में इस्लामाबाद स्थित भारतीय हाई कमीशन के एक अधिकारी को देश छोड़ने का आदेश दे दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों में और गिरावट आई है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमाएं शांत, लेकिन सेना अलर्ट
7 मई से 10 मई के बीच पाकिस्तान की ओर से हुई गोलाबारी और गोलीबारी में भारत ने अपने 6 जवान और 2 BSF सिपाही खो दिए, जबकि 28 आम नागरिकों की भी जान गई। इसके बाद भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" चलाया, जिसके तहत बॉर्डर पर सेना की तैनाती और हथियारों की संख्या बढ़ा दी गई थी। अब सीजफायर के बाद भारत और पाकिस्तान ने सीमा पर तैनात सैनिकों की संख्या घटाने पर सहमति बनाई है, ताकि हालात सामान्य रह सकें।
निष्कर्ष: शांति की ओर भारत, पर सतर्कता बनी रहेगी
भारत-पाकिस्तान के बीच यह सीजफायर एक सकारात्मक कदम जरूर है, लेकिन भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर पाकिस्तान ने फिर कोई हिमाकत की, तो उसका जवाब गोले से दिया जाएगा। फिलहाल सीमाओं पर शांति और सामान्य स्थिति लौट रही है, जो कि आम लोगों के लिए राहत की खबर है।
अब जरूरत है कि यह शांति स्थायी रूप ले और दोनों देश कूटनीतिक माध्यमों से समस्याओं का समाधान निकालें। लेकिन जब तक आतंक और जासूसी जैसे खतरे बने हैं, भारत की सतर्कता और सख्ती ही सबसे बेहतर रणनीति होगी।