लंदन, 23 अप्रैल 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने न केवल इस जघन्य घटना पर कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई, बल्कि लंदन में भारतीय नागरिकों के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तानी अधिकारियों ने गंभीर अपमानजनक हरकतें की। पाकिस्तान के लंदन स्थित एंबेसी के बाहर भारतीयों द्वारा आयोजित किए गए शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में पाकिस्तान के एंबेसी अधिकारी ने भारतीयों को गला काटने की धमकी दी। यह घटना पाकिस्तान के असंवेदनशील और हिंसा-प्रेरित रवैये को और अधिक स्पष्ट करती है।
शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तान की अपमानजनक हरकत
भारतीय छात्रों और नागरिकों का विरोध प्रदर्शन पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए आयोजित किया गया था, जिसमें 27 निर्दोष भारतीय टूरिस्टों की जान चली गई थी। यह हमला भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए एक गंभीर चेतावनी था, लेकिन पाकिस्तान सरकार और उसके अधिकारियों का रुख इससे कहीं अधिक चिंताजनक था।
लंदन में जब भारतीयों ने शांतिपूर्वक विरोध किया, तो पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी ने प्रदर्शनकारियों की तरफ गला काटने का इशारा किया। उस अधिकारी का नाम कर्नल तैमूर राहत था, और उसने कैप्टन अभिनंदन का पोस्टर दिखा कर इस अपमानजनक हरकत को अंजाम दिया। इस घटना के बाद उस अधिकारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह गला काटने का इशारा कर रहा था, और उसके हाथ में पोस्टर था जिस पर लिखा था, "Chai is Fantastic"। यह हरकत न केवल भारतीयों को उकसाने की कोशिश थी, बल्कि यह पाकिस्तान के अधिकारियों की हिंसा-प्रेरित मानसिकता को भी उजागर करती है।
वीडियो का वायरल होना और भारतीयों की नाराजगी
इस वीडियो के वायरल होने के बाद भारत में जबरदस्त नाराजगी देखने को मिली। भारतीय नागरिकों ने इस हरकत की कड़ी निंदा की और इसे पाकिस्तान की नफरत और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली नीति का हिस्सा करार दिया। भारत सरकार से लेकर आम नागरिकों तक, सभी ने पाकिस्तान के इस रवैये को घृणित और अस्वीकार्य माना।
भारतीय छात्रों ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिससे यह घटना अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फैल गई। तेजस भारद्वाज नामक एक भारतीय छात्र, जो उस प्रदर्शन में मौजूद थे, ने इस घटना के बारे में बताते हुए कहा, "यह पूरी घटना पाकिस्तान के असंवेदनशील रवैये और भारतीयों के प्रति नफरत का एक और उदाहरण है। यह सब उनके द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देने की निरंतर नीति का हिस्सा है।"
लंदन पुलिस का खामोश रवैया
इस वीडियो में एक और चौंकाने वाली बात यह थी कि यह घटना लंदन पुलिस की मौजूदगी में घटित हुई, जो प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने का अधिकार देने का दावा करती है। पुलिस के सामने पाकिस्तान के एक अधिकारी का इस तरह की धमकी देना एक गंभीर चिंता का विषय है। पुलिस के प्रति सवाल उठते हैं कि उन्होंने इस घटना पर तुरंत कार्रवाई क्यों नहीं की। क्या यह लंदन पुलिस की लापरवाही थी, या फिर इस धमकी को भी आतंकी व्यवहार के रूप में नहीं देखा गया?
भारतीय छात्रों ने इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि पाकिस्तान के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दबाव बनाया जाए और इस अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को पाकिस्तान को यह सिखाना होगा कि वह किसी भी तरह के आतंकवाद या हिंसा का समर्थन न करे और भारतीय नागरिकों को इस तरह अपमानित करने की कड़ी सजा दी जाए।
पाकिस्तान के रवैये का अंतर्राष्ट्रीय परिपेक्ष्य
पाकिस्तान की नापाक हरकतों से साफ है कि वह अपने आतंकवादी कृत्यों से बाज नहीं आ रहा है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सामने अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ने की कोशिश कर रहा है। पहलगाम में हुआ आतंकी हमला एक और उदाहरण है कि पाकिस्तान किस तरह अपनी जमीन पर आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है और दुनिया के सामने इसे छुपाने की कोशिश कर रहा है।
इतना ही नहीं, पाकिस्तान की सेना और एंबेसी अधिकारियों का असंवेदनशील रवैया यह बताता है कि पाकिस्तान के राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व का आतंकवाद के प्रति क्या दृष्टिकोण है। इन घटनाओं से पाकिस्तान के नापाक इरादों का पर्दाफाश हुआ है, जो न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
अब यह जरूरी हो गया है कि ब्रिटिश सरकार और लंदन पुलिस इस मामले में तुरंत और कठोर कार्रवाई करें। पाकिस्तान के इस अधिकारी की धमकी को महज एक व्यक्तिगत घटना के रूप में नहीं देखा जा सकता, बल्कि यह आतंकवाद के एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।
भारत को भी इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उठाना चाहिए और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाना चाहिए। यूएन और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं को पाकिस्तान को आतंकवाद के प्रायोजक के रूप में कटघरे में लाना चाहिए और पाकिस्तान पर दवाब डालना चाहिए कि वह आतंकवादियों को पनाह देना बंद करे।
निष्कर्ष
पाकिस्तान की इस शर्मनाक हरकत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ अपने नापाक इरादों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। लंदन में पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा भारतीयों को धमकाना एक गंभीर घटना है, जो भारत और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंता का कारण बन सकती है। अब समय आ गया है कि भारत और ब्रिटिश सरकार मिलकर पाकिस्तान के इस असंवेदनशील रवैये के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें और यह सुनिश्चित करें कि आतंकवाद और हिंसा को किसी भी रूप में प्रोत्साहन नहीं दिया जाए।