मुंबई, 18 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) वैश्विक प्रौद्योगिकी युद्ध के बीच, चीनी दिग्गज हुआवेई ने एक अभूतपूर्व घोषणा की है जिसने दुनिया भर के तकनीकी गलियारों में हलचल मचा दी है। कंपनी ने पहली बार अपने चिप निर्माण और कंप्यूटिंग शक्ति की महत्वाकांक्षी योजनाओं का खुलासा किया है, जिससे चीन की तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है, जब चीन अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण एनवीडिया जैसी कंपनियों से उन्नत चिप्स प्राप्त करने में बाधाओं का सामना कर रहा है।
'सुपरनोड + क्लस्टर' तकनीक: एक क्रांतिकारी कदम
हुआवेई ने अपनी वार्षिक 'कनेक्ट' कॉन्फ्रेंस में एक नई कंप्यूटिंग तकनीक, 'सुपरनोड + क्लस्टर' का अनावरण किया। कंपनी का दावा है कि इस तकनीक के माध्यम से उसने घरेलू स्तर पर निर्मित चिप्स का उपयोग करके दुनिया का सबसे शक्तिशाली 'सुपरनोड कंप्यूटिंग क्लस्टर' बनाया है। यह तकनीक हजारों चिप्स को एक साथ जोड़कर एक विशाल और एकीकृत प्रणाली बनाती है, जो बड़े पैमाने पर AI मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए आवश्यक है।
हुआवेई के उपाध्यक्ष और रोटेटिंग चेयरमैन एरिक जू ने बताया कि यह नई प्रणाली एनवीडिया के समकक्षों को भी पीछे छोड़ सकती है। उन्होंने कहा, "कंप्यूटिंग शक्ति अतीत में AI की कुंजी थी, और भविष्य में भी रहेगी, खासकर चीन के AI विकास के लिए।"
अमेरिकी प्रतिबंधों का रचनात्मक जवाब
साल 2019 से लगे अमेरिकी प्रतिबंधों ने हुआवेई को अपने चिप व्यवसाय के बारे में सार्वजनिक रूप से बात करने से रोका था। इन प्रतिबंधों ने कंपनी को विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता कम करने और घरेलू आपूर्ति श्रृंखला बनाने के लिए मजबूर किया। हुआवेई की इस नई घोषणा को इसी दबाव का नतीजा और चीन की अपनी तकनीकी क्षमताओं को साबित करने की एक कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। यह सीधे तौर पर एनवीडिया और एएमडी जैसे वैश्विक दिग्गजों को चुनौती देने की तैयारी है।
आगे की राह: एसेंड चिप्स का रोडमैप
कंपनी ने अगले तीन वर्षों के लिए अपने एसेंड (Ascend) AI चिप्स का एक विस्तृत रोडमैप भी प्रस्तुत किया। हुआवेई 2026 की शुरुआत में अपने अगले-जनरेशन एसेंड 950 चिप को लॉन्च करने की योजना बना रही है, जिसके बाद 2027 और 2028 में उन्नत संस्करण जारी किए जाएंगे। एरिक जू ने यह भी खुलासा किया कि हुआवेई ने अपनी खुद की हाई-बैंडविड्थ मेमोरी (HBM) तकनीक विकसित की है, जिस पर अभी दक्षिण कोरिया की एसके हाइनिक्स और सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स का दबदबा है।
इस घोषणा से यह स्पष्ट है कि हुआवेई सिर्फ़ जीवित रहने की कोशिश नहीं कर रही, बल्कि वैश्विक तकनीकी प्रभुत्व की दौड़ में खुद को एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने के लिए भी तैयार है। चीन की सरकार भी घरेलू कंपनियों को एनवीडिया चिप्स की खरीद बंद करने का निर्देश देकर इस प्रयास का समर्थन कर रही है, जिससे हुआवेई के लिए घरेलू बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने का रास्ता खुल गया है।