न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम की कप्तान और विश्व की दिग्गज ऑलराउंडर्स में शुमार सोफी डिवाइन ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह इस साल भारत और श्रीलंका की मेज़बानी में होने वाले आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025 के बाद इस फॉर्मेट को अलविदा कहेंगी। डिवाइन के इस फैसले से क्रिकेट जगत में उनके लंबे और प्रभावशाली करियर पर भावनात्मक चर्चा शुरू हो गई है।
डिवाइन ने कहा – "अब समय आ गया है"
सोफी डिवाइन ने वनडे क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा करते हुए कहा:
"मुझे ऐसा महसूस हो रहा है कि अब समय आ गया है कि मैं वनडे फॉर्मेट से दूर हट जाऊं। यह एक कठिन लेकिन सोच-समझकर लिया गया फैसला है। न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड का मुझे इस फैसले में पूरा समर्थन मिला, इसके लिए मैं आभारी हूं। मैंने हमेशा टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की है और विश्व कप के दौरान भी मैं पूरी ऊर्जा के साथ टीम की कप्तानी करूंगी।"
डिवाइन का शानदार वनडे करियर
सोफी डिवाइन का वनडे करियर आंकड़ों और उपलब्धियों के लिहाज़ से बेहद प्रभावशाली रहा है:
डिवाइन न सिर्फ एक शानदार बल्लेबाज रहीं, बल्कि एक भरोसेमंद गेंदबाज के रूप में भी टीम की जीत में योगदान देती रहीं। वह अपने आक्रामक बल्लेबाजी अंदाज और निर्णायक मौकों पर विकेट लेने की काबिलियत के लिए जानी जाती हैं।
आईसीसी महिला विश्व कप 2025 में आखिरी बार दिखेंगी मैदान पर
30 सितंबर 2025 से शुरू हो रहे आईसीसी महिला वनडे विश्व कप में डिवाइन न्यूजीलैंड टीम की कप्तानी करती नज़र आएंगी। यह टूर्नामेंट भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेज़बानी में खेला जाएगा। इसके बाद न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड उनकी जगह नए कप्तान की घोषणा करेगा। डिवाइन का यह आखिरी टूर्नामेंट उनके वनडे करियर को शानदार विदाई देने का अवसर होगा।
टीम के लिए समर्पण की मिसाल
डिवाइन ने हमेशा कठिन परिस्थितियों में टीम की अगुआई की है। उनकी कप्तानी में न्यूजीलैंड ने कई यादगार जीत दर्ज की हैं। चाहे बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी, उन्होंने हर भूमिका को बखूबी निभाया है। मैदान के बाहर भी वह एक प्रेरणा रहीं और महिला क्रिकेट के लिए एक मजबूत रोल मॉडल के तौर पर उभरीं।
महिला क्रिकेट पर डिवाइन का प्रभाव
फी डिवाइन उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्होंने महिला क्रिकेट को नई पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उनके आक्रामक खेल ने महिला क्रिकेट को दर्शनीय और रोमांचक बनाया। वे महिला क्रिकेट के उन चेहरों में रही हैं, जिनकी वजह से युवाओं में इस खेल के प्रति रुझान बढ़ा।
T20 और घरेलू क्रिकेट में बनी रहेंगी सक्रिय
हालांकि डिवाइन वनडे फॉर्मेट को अलविदा कह रही हैं, लेकिन वह टी20 क्रिकेट और घरेलू टूर्नामेंट्स में अभी भी सक्रिय रहेंगी। इससे प्रशंसकों को उन्हें मैदान पर देखने का मौका आगे भी मिलता रहेगा। T20 फॉर्मेट में उनका रिकॉर्ड भी शानदार रहा है और वे इस फॉर्मेट की अनुभवी खिलाड़ी हैं।
निष्कर्ष
सोफी डिवाइन का वनडे क्रिकेट से संन्यास एक युग के अंत जैसा है। उनके आंकड़े, समर्पण, नेतृत्व क्षमता और मैदान पर उनकी आक्रामकता ने महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। अब जब वे इस फॉर्मेट से विदाई ले रही हैं, तो क्रिकेट प्रेमी उन्हें सलाम कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि डिवाइन इस साल के अंत में होने वाले आईसीसी महिला विश्व कप 2025 में शानदार प्रदर्शन कर एक यादगार विदाई लेंगी।
धन्यवाद, सोफी डिवाइन – आपके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।