आईपीएल 2025 का रोमांच अपने चरम पर है और बीती रात अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मुकाबले ने दर्शकों का दिल जीत लिया। दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेला गया यह मैच इतना रोमांचक रहा कि सीजन का पहला सुपर ओवर भी देखने को मिला। मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स ने जीता, लेकिन इस जीत का असली श्रेय दिया गया ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क को, जिन्होंने अपनी घातक यॉर्कर गेंदबाजी से राजस्थान के बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी।
आखिरी ओवर से सुपर ओवर तक स्टार्क का जलवा
मैच की स्थिति कुछ यूं थी कि राजस्थान रॉयल्स को जीत के लिए आखिरी ओवर में 9 रनों की जरूरत थी। दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान अक्षर पटेल ने गेंद थमाई मिचेल स्टार्क को — और उन्होंने बिलकुल वैसा ही प्रदर्शन किया, जैसा उनसे उम्मीद थी। राजस्थान के बल्लेबाज आखिरी ओवर में लक्ष्य हासिल करने में नाकाम रहे, और मैच चला गया सुपर ओवर में।
सुपर ओवर में भी दिल्ली की तरफ से गेंदबाजी करने आए स्टार्क। उन्होंने अपनी रफ्तार, सटीकता और अनुभव का ऐसा नमूना पेश किया कि राजस्थान की टीम सिर्फ 11 रन ही बना सकी। स्टार्क की गेंदबाजी में वो धार नजर आई, जिसने उन्हें सालों से दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में शामिल किया है।
12 गेंदों में 11 यॉर्कर: स्टार्क का मास्टरक्लास
आंकड़ों की बात करें तो मिचेल स्टार्क ने मैच के आखिरी ओवर और सुपर ओवर में मिलाकर कुल 12 गेंदें डालीं, जिनमें से 11 यॉर्कर थीं। 145 किमी प्रति घंटे से भी ज्यादा की रफ्तार से फेंकी गई इन यॉर्कर गेंदों का राजस्थान के बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था। न तो शॉट खेलने का मौका मिला और न ही रन बटोरने का।
यॉर्कर गेंदबाजी की इस परफेक्ट क्लास ने दिल्ली कैपिटल्स को जीत दिला दी और मिचेल स्टार्क को 'प्लेयर ऑफ द मैच' का खिताब भी।
कप्तान अक्षर पटेल भी हुए स्टार्क के कायल
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान अक्षर पटेल ने मिचेल स्टार्क की तारीफों के पुल बांध दिए। उन्होंने कहा:
“मैं सोच रहा था कि अगर मिचेल स्टार्क ने अच्छा प्रदर्शन किया, तो हम इस मैच में होंगे। उन्होंने लगभग 12 यॉर्कर फेंकी। यही कारण है कि वह इतने बड़े ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज हैं।”
अक्षर की यह बात बताती है कि टीम को स्टार्क पर कितना भरोसा था और कैसे उन्होंने मुश्किल समय में आकर अपना अनुभव और क्लास दिखाया।
नीतीश राणा ने भी माना स्टार्क का लोहा
राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज नीतीश राणा, जिन्होंने मैच में शानदार 51 रनों की पारी खेली थी, उन्होंने भी मिचेल स्टार्क की गेंदबाजी के सामने नतमस्तक हो गए। उन्होंने कहा:
“अगर कोई रिवर्स स्विंग के साथ 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 12 गेंदों में 11 यॉर्कर डालने में सक्षम है, तो मुझे लगता है कि इसका श्रेय अकेले स्टार्क को दिया जाना चाहिए।”
राणा का यह बयान दर्शाता है कि मिचेल स्टार्क की गेंदबाजी ने विपक्षी बल्लेबाजों को भी प्रभावित किया।
एक क्लासिकल गेंदबाज की वापसी
आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में जहां बल्लेबाजों का बोलबाला रहता है, वहां मिचेल स्टार्क जैसी गेंदबाजी एक ताजगी की तरह सामने आती है। यॉर्कर गेंदें, रफ्तार और सटीक लाइन-लेंथ के दम पर उन्होंने साबित कर दिया कि अच्छे गेंदबाज अभी भी टी20 में मैच विनर साबित हो सकते हैं।
इस प्रदर्शन से न सिर्फ दिल्ली को अहम जीत मिली, बल्कि आने वाले मैचों में टीम को मनोबल भी मिलेगा।
निष्कर्ष
आईपीएल 2025 के इस मुकाबले में मिचेल स्टार्क की गेंदबाजी ने यह साबित कर दिया कि अनुभव, तकनीक और संयम मिलकर किसी भी परिस्थिति को अपने पक्ष में मोड़ सकते हैं। जहां एक ओर बल्लेबाजों की तूफानी पारियों की चर्चा होती है, वहीं स्टार्क की यॉर्कर क्लास ने यह याद दिलाया कि गेंदबाजी भी क्रिकेट का उतना ही महत्वपूर्ण पहलू है।
दिल्ली कैपिटल्स की यह जीत न सिर्फ अंक तालिका के लिहाज से अहम रही, बल्कि मिचेल स्टार्क के फॉर्म में आने का संकेत भी। आने वाले मुकाबलों में उनसे ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है।
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