बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) एक बार फिर से चर्चा में है। इस बार मामला बांग्लादेश के प्रतिभाशाली क्रिकेटर तौहीद ह्रदय से जुड़ा है, जिन पर चार मैचों का प्रतिबंध लगा दिया गया है। 24 वर्षीय ह्रदय ने अब तक बांग्लादेश के लिए लिमिटेड ओवर फॉर्मेट में 67 मुकाबले खेले हैं और वे वर्तमान में बशुंधरा ढाका प्रीमियर डिवीजन क्रिकेट लीग (DPDCL) में मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब का नेतृत्व कर रहे थे। हालिया विवाद और उस पर आए बीसीबी के फैसले ने क्रिकेट फैंस के बीच हलचल मचा दी है।
पहले एक मैच का बैन, फिर बड़ा हुआ मामला
तौहीद ह्रदय पर शुरुआत में एक मैच का बैन लगाया गया था। लेकिन बांग्लादेश के दिग्गज खिलाड़ी तमीम इकबाल समेत कई सीनियर खिलाड़ियों ने इस सजा के खिलाफ आवाज उठाई। उनके समर्थन के बाद बीसीबी ने ह्रदय के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंध को अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया था। हालांकि, मामले की विस्तृत जांच और अनुशासनात्मक सुनवाई के बाद अब उन्हें चार मैचों के लिए निलंबित कर दिया गया है।
दस हजार टका का जुर्माना भी
बीसीबी ने अपने बयान में बताया कि तौहीद ह्रदय को खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के लिए बनाए गए आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। मैच रेफरी अख्तर अहमद ने उन पर 10,000 टका का जुर्माना भी लगाया है, साथ ही उनके खाते में एक डिमेरिट पॉइंट जोड़ दिया गया है। डीपीडीसीएल के 2024-25 सीजन के तहत लागू नियमों के मुताबिक यह कार्रवाई की गई है।
अंपायर के फैसले पर जताई थी असहमति
पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब ह्रदय पर आरोप लगे कि उन्होंने मैच के दौरान मैदानी अंपायरों मोनिरुज्जमां टिंकू और अली अरमान राजोन, तीसरे अंपायर मुहम्मद कमरुज्जमां और चौथे अंपायर एटीएम इकराम के निर्णयों पर असहमति जताई। बीसीबी के अनुसार, ह्रदय ने अंपायरों के फैसलों को खुले तौर पर चुनौती दी और खेल भावना के खिलाफ आचरण किया।
बीसीबी ने एक बयान जारी करते हुए कहा, "ह्रदय ने आरोपों से इनकार किया था और पूर्ण अनुशासनात्मक सुनवाई में इसका विरोध करने का विकल्प चुना। हालांकि इसके बावजूद वह सुनवाई के लिए निर्धारित ड्रेसिंग रूम में उपस्थित नहीं हुए।"
बीसीबी आचार संहिता के तहत कार्रवाई
बीसीबी ने तौहीद ह्रदय को आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 के तहत दोषी ठहराया है। यह अनुच्छेद मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर असहमति जताने से संबंधित है। इस लेवल 1 के अपराध के लिए न्यूनतम चेतावनी से लेकर अधिकतम 40,000 टका का जुर्माना या एक से दो डिमेरिट पॉइंट दिए जाने का प्रावधान है।
चूंकि ह्रदय ने न केवल अंपायरों के निर्णयों पर असहमति जताई बल्कि सुनवाई में भी हिस्सा नहीं लिया, इसलिए उन पर कड़ी कार्रवाई करते हुए चार मैचों के लिए बैन लगाया गया है।
तौहीद ह्रदय का करियर
तौहीद ह्रदय बांग्लादेश क्रिकेट के उभरते सितारों में से एक हैं। उन्होंने अपने करियर में अब तक कई शानदार पारियां खेली हैं और सीमित ओवरों के क्रिकेट में खुद को साबित किया है। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली और नेतृत्व क्षमता की अक्सर सराहना की जाती है। ऐसे में उनके ऊपर लगा यह प्रतिबंध उनके करियर के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
तौहीद ह्रदय का विवाद एक बार फिर यह दर्शाता है कि क्रिकेट में अनुशासन और खेल भावना कितनी महत्वपूर्ण है। बीसीबी ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए यह संदेश देने की कोशिश की है कि चाहे खिलाड़ी कितना भी बड़ा क्यों न हो, नियमों का उल्लंघन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब देखना होगा कि ह्रदय इस सजा से क्या सबक लेते हैं और मैदान पर किस तरह वापसी करते हैं।