न्यूज़ हेल्पलाइन - मुंबई , 01 oct 2021
स्पोर्ट्स हमे कमिट्मेंट से लक्ष्य प्राप्त करने तक का पाठ सिखाता है, तनाव कम करता है, लीडरशिप स्किल्स को बढ़ावा देता है, साथियों क लिए सम्मान की अनुभूति करवाता है और असफलता का सामना करना सिखाता है। हॉकी, क्रिकेट से लेकर फुटबॉल तक, आउटडोर गेम्स अपने खिलाड़ियों को सामाजिक क्षमता और आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करते हैं। आप में से बहुत से लोग स्पोर्ट्स के फैन होंगे, चाहे वह खेलना हो या देखना। शारीरिक खेल और फिटनेस का स्वाभाविक संबंध है, लेकिन खेल कई प्रकार के मानसिक लाभ भी प्रदान करते हैं।
क्या कहता हैं संशोधन -
एक अध्ययन से पता चला है कि जो लोग टीम स्पोर्ट्स खेलते हैं, उनमें तनाव कम होता है और उनका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। अध्ययन में पाया गया कि स्पोर्ट्स खेलने से ग्रुप गोल्स को हासिल करने की इच्छा होती है, जिससे एकता की भावना विकसित होती है। यह लंबे वक्त में मानसिक स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद साबित होता है।
जानिए कैसे आउटडोर गेम्स खेलना आपके मानसिक स्वास्थ्य को बूस्ट कर सकती हैं -
१. स्वाभिमान और आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं - खेल में लक्ष्य निर्धारित करना, टीम के सदस्यों के साथ कॉर्डिनेट करना और लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में काम करना ज़रूरी है। इस प्रक्रिया में खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने के साथ मज़ा भी कर सकता है। यह आत्मविश्वास के स्तर और आत्म-सम्मान को बढ़ावा देने में मदद करता है, क्योंकि हर खेल के साथ अपनी खासियत का पता चलता है।
२. फोकस बढ़ाने में कारगर - खेल में केवल मनोरंजन और शारीरिक विकास ही नहीं होता है, बल्कि स्पोर्ट्स में कई परिस्थितियों को पहले ही परख लिया जाता है। इसके लिए कॉगनिटीव स्किल्स (cognitive skills) जैसे सही सोचना और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को नियमित व्यायाम से विकसित किया जाता है।
३. मूड को बूस्ट करना - शारीरिक गतिविधि के कारण शरीर में एंडोर्फिन (endorphin) और सेरोटोनिन (serotonin) नाम के केमिकल्स निकलते हैं, जिससे आप खुश और तनाव रहित महसूस करने लगते हैं। यह बदले में तनाव हार्मोन कोर्टिसोल (cortisol) के स्तर को कम करता है, क्योंकि मूड अपलिफ्टर न्यूरोट्रांसमीटर, जिसे नॉरपेनेफ्रिन (norepinephrine) कहा जाता है, उत्तेजित हो जाता है।
४. डिप्रेशन और एंग्जायटी को कम करता है - व्यायाम और स्पोर्ट्स नैचुरल एंटी-डिप्रेसेंट का काम करते है। यह एंडोर्फिन (endorphin) का स्तर बढ़ाते हैं, जिससे कोर्टिसोल (cortisol) कम होता है और तनाव या चिंता में से मुक्ति मिलती है। अध्ययन के अनुसार, निरंतर व्यायाम से हल्के डिप्रेशन और चिंता पर काबू किया जा सकता है।