कोरोना वायरस की वजह से पूरा विश्व एक जुट हो गया है। जिस तेजी से कोरोना वायरस बढ़ रहा है उसी तेजी से उसकी वैक्सीन का उत्पादन भी किया जा रहा है। हर देश अपनी जनता की जान बचाने के लिए कोरोना वैक्सीन के उत्पादन में लगा है या फिर वैक्सीन को इम्पोर्ट किया जा रहा है। जल्द से जल्द सभी देश चाहते है की उनकी देश की जनता को वैक्सीन लगे और इस महामारी का खतरा उनके सर से ख़त्म हो।
वैक्सीन की लगातार बढ़ती मांग की वजह से जर्मनी की कंपनी बायो एनटेक और अमेरिका की कंपनी फ़ाइज़र बहुत तेजी से वैक्सीन बनाने में लगे है। अब सुनने में आ रहा है कि 2022 तक फ़ाइज़र कंपनी ने 300 करोड़ खुराक बनाने का लक्ष्य रखा है जिस से ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी जा सके। यह खबर पूरे विश्व के बेहतर के लिए बहुत अच्छी खबर है।
भारत में भी 1 मार्च से वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो गया है और लोगों को तेजी से टीके लगाए जा रहे हैं। 1 अप्रैल से सरकार ने टिका लगवाने की उम्र 45 साल से ऊपर की कर दी है और अब बहुत तेजी से लोगों को वैक्सीनेशन का टीका लगाया जा रहा है।
भारत ने कई देशों को वैक्सीन भेजी है। ईरान में भी कोविरान वैक्सीन बनायीं गयी है जिसका अब तेजी से इस्तेमाल किया जाएगा और लोगों को मई के महीने से टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा।
विश्व भर में अब तक अमेरिका, ब्राजील और भारत में कोरोना का केहर काफी बड़ा हुआ है और इसी वजह से बहुत तेजी से इन देशों में लोगों को वैक्सीन का टीका लगाया जा रहा हैं.
दुनिया भर में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या अब तक 13 करोड़ 45 लाख हो चुकी है और लगभग 29 लाख लोगों की कोरोना की वजह से मृत्यु हो गई हैं। वैज्ञानिकों का मानना है की कोरोना की तीसरी या चौथी लहर भी आ सकती है इसलिए हर देश को अभी पूरी सावधानी बरतनी होगी। कोई भी लापरवाही एक बार फिर से सभी देशों के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं।
जिस हिसाब से कोरोना वैक्सीन को लेकर दुनिया भर में काम चल रहा है आशा की जा रही है कि जल्द से जल्द इस महामारी से लोगों को बचाया जा सकेगा। पर तब तक सबको ध्यान रखना चाहिए कि बिना मास्क के कहीं बाहर न निकले और सोशल डिस्टन्सिंग का पूरा ध्यान रखें।
BV TEAM