न्यूज़ हेल्पलाइन - मुंबई, ३० सितम्बर, २०२१
अपेंडिक्स (appendix) आंत में पाए जाने वाली 3.5 इंच लंबी एक ट्यूब है। यह ट्यूब पेट के एकदम निचले हिस्से में होती है। माना जाता है कि अपेंडिक्स का शरीर में कोई काम नहीं होता है। अगर अपेंडिक्स का बॉडी में कोई काम है, तो अब तक वैज्ञानिकों को इस बारे में पता नहीं है। हालांकि, अपेंडिक्स का बॉडी में काम भले न हो लेकिन कई स्थितियों में यह शरीर को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। कई मामलों में सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
अपेंडिक्स में जब इंफेक्शन होता है तो सूजन की वजह से जलन होने लगती है। इसके बाद पेट में बहुत ज्यादा दर्द होता है। इस बीमारी को अपेंडिसाइटिस (appendicitis) कहते है। यह एक क्रोनिक बीमारी है यानी एक बार लग गई तो बिना सर्जरी यह ठीक नहीं होती है हालांकि, बहुत से मामले में मरीज को पहले से पता नहीं चल पाता और अपेंडिक्स फट जाता है। ऐसे में तुरंत सर्जरी की जरूरत पड़ती है इस परेशानी से बचना है तो खान-पान में कुछ चीजों को शामिल कर इसे बढ़ने से रोका जा सकता है। साथ ही इसके असर को कम किया जा सकता है -
अपेंडिक्स के लक्षण -
पेट में बहुत तेज दर्द होता है। अपेंडिक्स में होने वाले पेट दर्द की स्थिति अक्सर बदलती रहती है। दर्द इतना तेज होने लगता है कि कुछ ही घंटों के अंदर बर्दाश्त से बाहर भी हो जाता है। अपेंडिक्स के कारण पेट में दर्द के साथ-साथ उल्टी और चक्कर की समस्या भी शुरू हो जाती है। तेज दर्द की स्थिति में बिस्तर पर लेटने के बाद दर्द कुछ देर के लिए गायब हो सकता है लेकिन दर्द बाद में फिर शुरू हो जाता है। लगातार दर्द के कारण मरीज कोई काम नहीं कर पाता है। अपेंडिक्स में पेट में गैस बनने के साथ-साथ लगातर पेट में दर्द बना रहता है। हालांकि, पेट में गैस के कई कारण हैं। अपेंडिक्स में मरीज को कब्ज की शिकायत रहती है। कभी डायरिया भी हो सकता है।
अपेंडिक्स से राहत पाने के घरेलू नुस्खे -
१. बादाम का तेलः बादाम के तेल को अपेंडिक्स वाली जगह पर मसाज करें। यह अपेंडिक्स में सूजन को कम करने में मदद करेगा। पेट पर सिकाई करें। इसके बाद सॉफ्ट तोलिए को बादाम के तेल में भिंगो दें। फिर इससे पेट में मसाज करें. इसे तब तक करें जब तक राहत न महसूस हों।
२. वेजिटेबल जूसः गाजर, खीरा, चुकंदर आदि का जूस पीएं. ये अपेंडिक्स के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। दिन में दो बार ये जूस पीने से दर्द से राहत मिलती है। मूली, धनिया और पालक को एक साथ मिलाकर भी जूस बना सकते हैं।
३. पुदीनाः पुदीना भी अपेंडिक्स के लिए अच्छा है। यह उल्टी, गैस और बदहजमी को सही करता है। आप इसे चाय में मिलाकर पी सकते हैं या पानी में मिलाकर दिन में दो बार पीएं।
४. मेथीः मेथी अपेंडिक्स के लिए कुदरती तौर पर फायदेमंद है। मेथी के सेवन से अपेंडिक्स के आस-पास म्यूकस या पस नहीं बनता, जिसके कारण इंफेक्शन का खतरा कम रहता है। यह दर्द से भी राहत दिलाती है। दो चम्मच मेथी के दाने को एक लीटर पानी में आधे घंटे तक उबाल लें। इसके बाद पानी से मेथी को छान लें और इस पानी को दो बार पीएं। अपेंडिक्स का इलाज बेहतर तरीके से हो जाएगा।