मुंबई, २३ अगस्त, २०२१ भारतीय ब्रेकफास्ट में ओट्स और कॉर्न फ्लेक्स ने अपनी अहम जगह बना ली है। हेल्थ फ्रिक लोग भी लो कैलोरी बनाये रखने के लिए इन्हें ज्यादा प्रेफरेंस देते हैं। इसके अलावा इन्हें बनाने में बहुत कम समय लगता है। अगर आप भी हेल्दी और टाइम सेव करने के वजह से ज्यादातर इन्हें खाना पसंद करते है तो आज हम आपको बता रहे हैं कि ओट्स (Oats) और कॉर्न फ्लेक्स (Corn Flakes) में ज्यादा क्या खाना हेल्दी ऑप्शन होता है।
न्यूट्रिशन वैल्यू -
कॉर्न फ्लेक्स: मकई से तैयार होता है। 100 gram कॉर्न फ्लेक्स में 0.4 g फैट, 84 g कार्ब्स, 7.5 g प्रोटीन, 1.2 g फाइबर, 2 % कैल्शियम और 378 टोटल कैलोरी होती है।
ओट्स : 100 gram ओट्स में 10.8 g फैट, 26.4 g प्रोटीन, 16.5 g फाइबर, 103 g कार्ब्स, 8 % कैल्शियम और 607 कुल कैलोरी होती है।
ओट्स और कॉर्न फ्लेक्स में क्या है बेहतर -
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो कॉर्न फ्लेक्स में कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है। वहीं अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आप ओट्स को डाइट में शामिल करे सकते है। इसमें खूब सारा फाइबर होता है तो ये कब्ज की समस्या से छुटकारा दिलाता है। इसके अलावा ओट्स में थोड़ा गुड़ मिलाकर खाने से ये थोड़ा टेस्टी हो जाता है। ओट्स के साथ आप ओटमील, मसाला ओट्स, ओट्स चिल्ला और ओट्स स्मूदी जैसी रेसिपी भी ट्राय कर सकते है।
कॉर्नफ्लेक्स खाने के फायदे -
कॉर्न फ्लेक्स में कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है, जो कि हार्ट के लिए हेल्दी होता है। दूध में कॉर्न फ्लेक्स को साथ खाने से शरीर को भरपूर प्रोटीन मिलता है। कॉर्न फ्लेक्स डाइटिंग करने वालों के लिए अच्छा नाश्ता है। कम कैलोरी होने की वजह से वेट लॉस होने में फायदे मिलता है।
ओट्स खाने के फायदे -
नाश्ते में ओट्स खाने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती और पेट भरा हुआ रहता है। ये वेट लॉस करने में मदद करता है। ओट्स फाइबर से युक्त होता है, इससे मेटाबोलिज्म की दर तेज होती है। जो कब्ज की समस्या नहीं होने देती है। ओट्स को लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड में शामिल किया गया है जिसमें कम कोलेस्ट्रॉल की वजह से ये ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के साथ हार्ट को भी तंदुरुस्त बनाएं रखता है।