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नाश्ते में रोज़ ब्रेड-ऑमलेट खाना कितना सेहतमंद? जानें विशेषज्ञों की राय

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Posted On:Monday, December 1, 2025

मुंबई, 1 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) ब्रेड-ऑमलेट भारत में सबसे लोकप्रिय और झटपट तैयार होने वाले नाश्ते में से एक है। यह प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का एक अच्छा मेल है जो दिन की शुरुआत के लिए ऊर्जा प्रदान करता है, लेकिन इसे रोज़ाना खाने से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि इसे कैसे तैयार किया गया है और किस तरह की सामग्री का इस्तेमाल हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए तो यह कॉम्बिनेशन सेहत के लिए नुकसानदेह भी हो सकता है।

अंडे के पोषण संबंधी लाभ

पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, अंडा अपने आप में एक पोषण का पावरहाउस है। यह उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन, विटामिन बी12, डी और कोलीन जैसे आवश्यक तत्वों से भरपूर होता है। सुबह के नाश्ते में अंडा खाने से मांसपेशियों के विकास, मेटाबॉलिज्म (चयापचय) में सुधार और मस्तिष्क के कार्य को समर्थन मिलता है। अंडे में मौजूद प्रोटीन आपको लंबे समय तक पेट भरे होने का अहसास कराता है, जिससे बार-बार खाने की इच्छा कम होती है और यह वज़न कंट्रोल में मदद करता है।

व्हाइट ब्रेड है मुख्य चिंता का विषय

हालांकि, इस नाश्ते का स्वास्थ्य पर असर ब्रेड के प्रकार पर निर्भर करता है। व्हाइट ब्रेड, जो मैदा (रिफाइंड आटा) से बनी होती है, में फाइबर की मात्रा बहुत कम होती है। यह तेज़ी से पचकर रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) के स्तर को अचानक बढ़ा देती है, जिससे डायबिटीज का खतरा हो सकता है। रोज़ाना व्हाइट ब्रेड खाने से कब्ज की समस्या, लिवर पर बुरा असर और शरीर में तेज़ी से वज़न बढ़ने की शिकायत हो सकती है, खासकर पेट की चर्बी (बेली फैट) बढ़ सकती है।

सही तैयारी और सामग्री है कुंजी

विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि ब्रेड-ऑमलेट को सेहतमंद बनाने के लिए कुछ बदलाव ज़रूरी हैं। व्हाइट ब्रेड की जगह होल-व्हीट (साबुत अनाज) या मल्टीग्रेन ब्रेड का इस्तेमाल करें, जो फाइबर से भरपूर होती है और पाचन व ब्लड शुगर को संतुलित रखती है। इसके अलावा, ऑमलेट को बनाने के तरीके पर ध्यान देना सबसे महत्वपूर्ण है।

बाज़ार में मिलने वाले या स्ट्रीट फूड वाले ऑमलेट अक्सर ज़्यादा तेल, बटर या मार्जरीन में तले जाते हैं। अधिक मात्रा में तेल और सैचुरेटेड फैट का उपयोग करने से कैलोरी लोड बहुत बढ़ जाता है, जिससे हृदय रोग और वज़न बढ़ने का खतरा पैदा होता है। घर पर ऑमलेट बनाते समय कम तेल का उपयोग करें और उसमें प्याज, टमाटर, पालक या शिमला मिर्च जैसी सब्ज़ियां मिलाकर इसके पोषण मूल्य (न्यूट्रिशन वैल्यू) को बढ़ाएं। अगर वज़न घटाना लक्ष्य है, तो फ्राइड ऑमलेट की जगह उबले हुए अंडे (बॉइल्ड एग) को प्राथमिकता देना बेहतर है।


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