मुंबई, 10 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए जवान की पत्नी सेना में लेफ्टिनेंट बन गई हैं। स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप की वीरांगना यश्विनी ढाका ने शहीद पति की पार्थिव देह के सामने किए गए संकल्प को पूरा कर कमीशन ले लिया है। बता दें कि तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर 2021 को हेलिकॉप्टर क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत के साथ स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह शहीद हो गए थे। इसके बाद उनकी पार्थिव देह के सामने वीरांगना यश्विनी ने सेना में भर्ती होकर देश सेवा का संकल्प लिया था। यश्विनी ने सर्विस सिलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) की 5 दिन की परीक्षा और मेडिकल परीक्षा पास की। इसके बाद चेन्नई स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में 11 महीने की ट्रेनिंग पूरी कर सेना में लेफ्टिनेंट बनी हैं। शहीद के पिता सेवानिवृत्त सूबेदार रणधीर सिंह, माता कमला देवी और बहन डिप्टी कमांडेंट अभिता राव ने यश्विनी के कंधों पर बैज लगाए।
आपको बता दें, कुलदीप राव 2013 में एयरफोर्स में भर्ती हुए थे। इससे पहले वे अपने पिता रणधीर सिंह राव के साथ रहकर मुंबई में ही बीएससी-आईटी की पढ़ाई की थी। उनकी शादी मेरठ की यश्विनी ढाका के साथ 19 नवंबर 2019 को हुई थी। उनकी एक बहन अभीता इंडियन कोस्ट गार्ड में डिप्टी कमांडेंट के पद पर कार्यरत है। मां कमला देवी गृहिणी हैं। हालांकि सभी बैज लगाने की सेरेमनी के दौरान चेन्नई पहुंचे। यश्विनी की उपलब्धि पर शहीद कुलदीप सिंह राव के परिवार व गांव में गर्व और भावुकता का माहौल है। ग्रामीणों ने स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह राव के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। घरड़ाना खुर्द गांव के संदीप राव ने बताया कि यश्विनी ढाका का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनना, उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणादायक हैं। जो देश सेवा के क्षेत्र में अपने कदम बढ़ाने का सपना देखती हैं।