मुंबई, 10 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मणिपुर में छात्रों द्वारा हिंसक प्रदर्शन किया जा रहा है। राजभवन की ओर मार्च कर रहे स्टूडेंट्स की सुरक्षाबलों से झड़प हो गई। छात्रों ने सुरक्षाबलों पर पथराव किया और गुलेल से छर्रे मारे। इसके बाद प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे गए। वहीं, न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए केंद्र ने मंगलवार को मणिपुर में 2,000 और CRPF जवान भेजने का फैसला किया है। 9 सितंबर को भी स्टूडेंट्स ने राजभवन पर पत्थरबाजी की थी, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट्स दागी थीं। 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। जिसके बाद रात को मैतेई समुदाय की महिलाओं ने ड्रोन हमलों के विरोध में मशाल जुलूस निकाला था। राजभवन और मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन किया था। प्रशासन ने इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट में कर्फ्यू लगा दिया है। राज्य में 15 सितंबर तक इंटरनेट बैन कर दिया गया है। साथ ही, छात्रों का नेतृत्व कर रहे एम. सनाथोई चानू ने बताया, हमने DGP, राज्य सरकार के सुरक्षा सलाहकार को हटाने की मांग की है। CRPF के पूर्व DG कुलदीप सिंह के नेतृत्व में बनी यूनिफाइड कमांड राज्य सरकार को सौंपने की मांग की है।
वहीं, केंद्र सरकार ने मणिपुर में 2,000 और CRPF जवान भेजने का फैसला किया है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, ये जवान दो नई बटालियनों में आएंगे। एक बटालियन तेलंगाना के वारंगल से और दूसरी झारखंड के लातेहार से मणिपुर भेजी जा रही है। एक बटालियन का मुख्यालय चुराचांदपुर जिले के कांगवई में होगा और दूसरी बटालियन इंफाल के आसपास तैनात की जाएगी। इन्हें एंटी ड्रोन गन भी दी गई है, ताकि हमला करने वाले ड्रोन को गिराया जा सके। राज्य में पहले से 16 CRPF बटालियन तैनात हैं, जो इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, चुराचांदपुर, नॉनी, जीरीबाम, कांगपोकपी और बिष्णुपुर जिलों में काम कर रही हैं। मणिपुर में सीआरपीएफ जवानों को दो ड्रोन गन दी गई हैं, जो ड्रोन को जाम करके उन्हें गिरा सकती हैं या वापस जाने पर मजबूर कर सकती हैं। जल्द ही और भी ऐसे उपकरण मणिपुर भेजे जाएंगे।