मुंबई, 25 जनवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में पार्टी के संकल्प पत्र का तीसरा हिस्सा जारी किया। इस दौरान उन्होंने कहा, हम चुनाव को बहुत गंभीरता से लेते हैं। बीजेपी कोरे वादे नहीं करती है। एक लाख आठ हजार लोगों ने अपना सुझाव दिया। 62 प्रकार के समूहों की बैठक की गई। ये सुझाव, दिल्ली का बजट और दिल्ली की जरूरतों को ध्यान में रखकर ये संकल्प पत्र बनाया गया है। केजरीवाल की सरकार ने ढेर सारे वादे किए थे, जिन्हें पूरा करने के लिए इनके पास न उत्साह है न संकल्प। कहा था कि मैं, मेरी सरकार और कोई मंत्री सरकारी बंगला नहीं लेगा। बंगला लिया 10 साल से रह रहे हैं। 51 करोड़ से ज्यादा खर्च कर दिया, 4 बंगले मिलाकर एक शीश महल बनाया। करोड़ों के पर्दे, लाखों के सोफा और एलईडी हैं। पूछता हूं अन्ना के आंदोलन से एक पार्टी ने जन्म लिया। कहा था कि न गाड़ी लेंगे और न घर। आम आदमी पार्टी ने मोहल्ला क्लिनिक बनाकर दिल्ली को ठगने का काम किया है। वो पूछते हैं कि ऑपरेशन कराना है, कहां जाएं। मोहल्ला क्लिनिक के अंदर ऑपरेशन, एक्स-रे हो रहे हैं क्या। क्या विशेषज्ञ डॉक्टर हैं। मोहल्ला क्लिनिक के नाम पर आप अस्पतालों के वादे से मुकर गए। बिस्तरों की संख्या दोगुना करने, 7 दिन स्वच्छ और मुफ्त जल देने का वादा भी नहीं निभाया।
शाह ने कहा कि केजरीवाल और उनके मंत्री हर दिन 3 प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दूसरे राज्यों पर आरोप लगाते हैं, ये खुद प्रदूषण दूर नहीं करते। करप्शन मुक्त करने का वादा किया था और आप, आपके मंत्री करप्शन में ही जेल गए। बेल मिलते ही कहते हैं कि मैं पाक-साफ हूं। आप मुगालते में रहिए, न जनता को मूर्ख बनाइए। बेल है, केस चलना है। बेल को क्लीन चिट कहकर आप आरोपों से बच नहीं सकते। दिल्ली में कभी भी करप्शन का लेवल इतना बड़ा नहीं हुआ, जितना केजरीवाल ने किया है। शराब नीति बनाने में उनकी आय कैसे बढ़ेगी, इसका ध्यान रखा। 5400 करोड़ का राशन वितरण घोटाला, 4500 करोड़ का बस घोटाला, 571 करोड़ का सीसीटीवी घोटाला, 2800 करोड़ का जल निगम घोटाला हुआ। केजरीवाल ने 65 हजार फर्जी मेडिकल टेस्ट कराकर मोहल्ला क्लिनिक को घोटाले का माध्यम बनाया। विज्ञापन इतने दिए कि दिल्ली के पास कूड़ा उठाने का पैसा भी नहीं बचा। सुप्रीम कोर्ट को दखल देना पड़ा कि कितना खर्च किया, पहली बार सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा किया।
अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने 10 साल में दिल्ली के इन्फ्रास्ट्रक्चर की जिम्मेदारी ली है। हमने 15 हजार रेलवे, 21 हजार करोड़ एयरपोर्ट और 41 हजार करोड़ सड़कों पर खर्च किया है। केंद्र सरकार काम नहीं करती तो आज दिल्ली रहने लायक नहीं होती। हमने 73 लाख लाभार्थी अन्न योजना, ढाई लाख लाभार्थी रेहड़ी-पटरी वालों को लोन दिया। 488 दुकानों पर सस्ती दवाइयां दीं। श्रम योगी मानव धन में 11 हजार सब्सक्राइबर बने। जन-धन योजना में 65 लाख खाते खोले, 17 से ज्यादा किसानों को किसान सम्मान निधि का फायदा मिला। उजाला योजना के तहत एक करोड़ 30 लाख बल्ब बांटे। वादे करना और काम करना भाजपा की संस्कृति है। AAP की संस्कृति है कि वादे करके आ जाओ, अगले चुनाव में फिर भोला चेहरा बनाकर खड़े हो जाओ। गृहमंत्री ने कहा कि चुनाव में गंभीर झूठ फैलाया जा रहा है। मैं अपने बंगले पर एक कर्मचारी से मिला। उसने कहा कि मेरे फोन पर कहा जा रहा है कि भाजपा आएगी तो सभी योजनाएं बंद कर दी जाएंगी। मैंने सार्वजनिक जीवन में ऐसा झूठा चुनाव प्रचार नहीं देखा। पत्थर की लकीर है कि कोई योजना बंद नहीं होगी। मेरी अपील नहीं सुनेंगे, अन्ना को नहीं सुना। सरजी ऐसी झूठी बातें फैलाकर सार्वजनिक जीवन का मजाक उड़ा रहे हैं।