मुंबई, 13 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। रेसलर विनेश फोगाट के पेरिस ओलिंपिक में भारतीय दल के कोई मदद न करने के आरोप पर देश के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे मीडिया के सामने आए हैं। एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए साल्वे ने कहा कि खेल कोर्ट (CAS) के फैसले को वह स्विस कोर्ट में चैलेंज करना चाहते थे। मगर, इस बारे में विनेश ने अपने वकीलों के जरिए आगे कोई कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। बता दें कि साल्वे ने खेल कोर्ट में सिल्वर मेडल के लिए विनेश के पक्ष में पैरवी की थी। साल्वे का यह बयान इसलिए अहम है क्योंकि कुछ दिन पहले विनेश फोगाट ने एक इंटरव्यू में कहा था कि पेरिस ओलिंपिक में डिस्क्वालिफाई होने के बाद उन्हें कोई मदद नहीं मिली। खेल कोर्ट में भी उन्होंने खुद ही केस किया था। भारतीय दल ने तो उन्हें इसके बारे में बताया तक नहीं था। विनेश ने इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी ऊषा पर भी आरोप लगाए थे। विनेश ने कहा था कि अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान बिना परमिशन के उनकी फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर डाल दी गई। विनेश फोगाट ओलिंपिक में 100 ग्राम बढ़े वजन की वजह से फाइनल मुकाबले से बाहर हो गई थी। इसके बाद उन्हें बिना मेडल लौटना पड़ा। देश लौटकर वे कांग्रेस में शामिल हो गईं। अब वे हरियाणा विधानसभा चुनाव में जींद की जुलाना सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार हैं।
विनेश फोगाट को लेकर पूर्व सॉलिसिटर जनरल से सवाल-जवाब -
सवाल: विनेश ने कहा कि किसी भी मौके पर सरकार की तरफ से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिला?
साल्वे: इसमें सरकार का कोई रोल नहीं था। अगर सरकार को कोई रोल निभाना होता तो IOA बाहर हो जाती। IOA अपने आप में स्वतंत्र संस्था है।
सवाल: क्या आपको लगता है कि यह मामला IOA की तरफ से बेहतर ढंग से हैंडल किया जा सकता था?
साल्वे: मुझे नहीं लगता। इसमें पीटी ऊषा से पूछ सकते हैं कि वह कितनी बेसब्री से विनेश फोगाट से मिलना चाहते थे लेकिन ओलिंपिक खत्म होने से पहले एथलीट को बाहर नहीं आने दिया जाता। विनेश ओलिंपिक गांव में थी, वहां एक्सेस की प्रॉब्लम थी। पीटी ऊषा इस बारे में बता सकती हैं।
सवाल: विनेश फोगाट ने कहा कि डिस्क्वालिफिकेशन के बाद IOA और पीटी ऊषा से सहयोग नहीं मिला?
साल्वे: इस बारे में पीटी ऊषा ही बता सकती हैं। इस मामले में शुरुआत में तालमेल की बहुत कमी थी। IOA ने बहुत अच्छे वकीलों को इंगेज किया था लेकिन विनेश के वकीलों ने कहा कि हम आपके साथ कुछ शेयर नहीं करेंगे। आपको कुछ नहीं देंगे। हमें सब कुछ मिलने में बहुत देरी हुई। हालांकि बाद में हमें सब कुछ मिल गया था। हमने पूरी मजबूती से केस लड़ा। हमने विनेश को सुझाव दिया था कि खेल कोर्ट के फैसले को हम स्विस कोर्ट में चैलेंज कर सकते हैं। मुझे उनके वकीलों ने कहा कि वह इसे आगे नहीं ले जाना चाहती थीं।
सवाल: क्या आपको लगता है कि यह राजनीतिक मामला है क्योंकि विनेश अब कांग्रेस में शामिल होकर हरियाणा चुनाव लड़ रही हैं?
साल्वे: मैं उन्हें नए करियर के लिए बेस्ट ऑफ लक कहता हूं। मैं सिर्फ उम्मीद करता हूं कि वह मिसगाइडेड कमेंट न करें। इस बारे में पीटी ऊषा बता सकती हैं कि हमने कितनी कोशिश की।