मुंबई, 27 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मणिपुर हिंसा पर फिर संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। हालांकि रुक-रुककर हुई कार्यवाही के बीच लोकसभा में 2 बिल और राज्यसभा में 1 बिल पास हुआ। राज्यसभा ने सिनेमैटोग्राफ (संशोधन) बिल पास किया, जिसमें पायरेसी के लिए 3 साल की जेल और प्रोडक्शन कॉस्ट का 5 प्रतिशत जुर्माने का प्रस्ताव है। वहीं, लोकसभा में हंगामे के बीच 2 बिल जन विश्वास संशोधन और रिपील एंड अमेंडमेंट बिल पास हुआ। साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आम आदमी पार्टी के निलंबित राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को सलाह दी कि वे रात भर धरने पर न बैठें। बजाय इसके वे हर दिन संसद की कार्यवाही समाप्त होने पर अपना प्रदर्शन भी खत्म कर दिया करें।
लोकसभा में हंगामा कर रहे विपक्ष को स्पीकर ओम बिड़ला ने फटकार लगाई। उन्होंने कहा, पूरा देश देख रहा है, आप कैसा उदाहरण पेश करना चाहते हैं। हंगामा नहीं रुका तो सदन दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया। जिसके बाद फिर सदन बैठा, लेकिन नारेबाजी लगातार जारी रही। एस जयशंकर और अधीर रंजन चौधरी के स्टेटमेंट के दौरान जमकर हंगामा हुआ, सदन 3 बजे तक स्थगित किया गया। फिर 2 बिल पास हुए और कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं, राज्यसभा में शुरुआत में करीब एक घंटे कार्यवाही चली। विदेश मंत्री एस जयशंकर जब बोल रहे थे तब विपक्ष नारेबाजी करता रहा। जवाब में BJP सांसदों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए। जवाबी नारेबाजी में विपक्ष I.N.D.I.A-I.N.D.I.A के नारे लगाने लगा। शोर न रुकता देख सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन को पहले 12 बजे तक, फिर 2 बजे तक स्थगित किया। उसके बाद जब कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष सदन से वॉकआउट कर गया। इसके बाद सिनेमैटोग्राफ अधिनियम 1952 में संशोधन करने वाला बिल ध्वनि मत से पारित हो गया।