मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (एमपी विधानसभा चुनाव 2023) करीब चार महीने दूर है। सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. चुनाव को लेकर बीजेपी के अंदरखाने हलचल तेज है. इस बार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 200 सीटों का लक्ष्य रखा है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने अपने खास भूपेन्द्र यादव और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को मध्य प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी है. साफ है कि एमपी चुनाव की कमान इस बार दिल्ली के हाथ में होगी. इस बीच गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार शाम को भूपेन्द्र यादव के साथ भोपाल पहुंच रहे हैं.
इस बार डबल इंजन सरकार की तर्ज पर लड़े जाने वाले चुनाव की कमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह संभालेंगे. इस अभियान की शुरुआत करने के लिए केंद्रीय अमित शाह आज शाम 7:00 बजे भोपाल पहुंच रहे हैं. अमित शाह का ये दौरा अचानक है. उनके दौरे से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. शाह यहां एक बड़ी बैठक को संबोधित करेंगे और आगामी चुनावों के लिए रणनीति बनाएंगे. इस बार मध्य प्रदेश चुनाव में अलग ही रंग देखने को मिलेगा.
भूपेन्द्र यादव प्रभारी बन गये हैं
मध्य प्रदेश चुनाव की कमान पहले ही केंद्र के करीबी और भरोसेमंद लोगों को सौंपी जा चुकी है. केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को चुनाव प्रभारी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को संयुक्त चुनाव प्रभारी बनाया गया है. आने वाले समय में और भी केंद्रीय मंत्रियों और संगठन के नेताओं को मध्य प्रदेश चुनाव की कमान सौंपी जा सकती है. इससे साफ है कि मध्य प्रदेश के नेताओं की दाल नहीं गलेगी. टिकट सीधे नई दिल्ली से उपलब्ध होंगे।
अमित शाह भोपाल आ रहे हैं
अमित शाह मंगलवार शाम 7 बजे भोपाल आ रहे हैं. उनके साथ चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव भी रहेंगे. केंद्रीय गृह मंत्री शाह बीजेपी प्रदेश कार्यालय में बैठक में शामिल होंगे. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बुलाई गई बैठक में संगठन और टिकट वितरण व्यवस्था में बदलाव समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी. गौरतलब है कि अमित शाह का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है. पिछले कई दिनों से लगातार केंद्रीय नेताओं का मध्य प्रदेश में जमावड़ा लगा हुआ है. राज्य सरकार द्वारा आयोजित हर कार्यक्रम में कहीं न कहीं केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी रहती है. इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह 22 जून को बालाघाट आने वाले थे, लेकिन बारिश के कारण उनका हेलीकॉप्टर नहीं उतर सका. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद 4 महीने में तीन बार मध्य प्रदेश का दौरा कर चुके हैं.