चेन्नई के इंजम्बक्कम इलाके में मंगलवार को एक बड़ा हादसा हुआ जिसने सुरक्षा और लापरवाही से जुड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां स्थित एक मशहूर थीम पार्क की टॉपगन नामक रोलर कोस्टर राइड अचानक खराब हो गई और करीब 30 लोग, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, 50 फीट की ऊंचाई पर फंस गए।
राइड अचानक बंद हो गई और लोगों की जान सांसत में पड़ गई। यह घटना शाम करीब 6 बजे की है जब राइड अचानक हवा में रुक गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार राइड के इंजन से अचानक तेज आवाज आई और फिर यह रुक गई। हादसे के तुरंत बाद लोगों की चीख-पुकार गूंजने लगी और बच्चों तथा महिलाओं में डर का माहौल बन गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन में तीन घंटे की देरी
हादसे के बाद थीम पार्क में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि करीब तीन घंटे तक कोई रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं हुआ। बताया गया है कि थीम पार्क के कर्मचारियों ने पहले खुद ही लोगों को उतारने की कोशिश की, लेकिन उनके पास न तो पर्याप्त संसाधन थे और न ही क्रेन इतनी ऊंचाई तक पहुंच पाई।
इसके बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया। रात करीब 9:30 बजे रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और फंसे हुए लोगों को नीचे लाने का काम शुरू किया गया। सबसे पहले रेस्क्यू टीम ने लोगों को पानी और बिस्किट दिए, ताकि उनकी हालत स्थिर बनी रहे।
विशाल क्रेन से निकाला गया लोगों को
बचाव दल ने मौके पर एक बड़ी क्रेन मंगवाई जिसकी मदद से एक-एक कर सभी लोगों को सुरक्षित नीचे उतारा गया। इस दौरान पूरी राइड को रोककर चारों तरफ से सुरक्षा घेरे में लिया गया। राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई और सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया।
लोगों का फूटा गुस्सा
घटना के बाद पार्क में मौजूद लोगों और परिजनों ने थीम पार्क प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी जताई। लोगों का कहना था कि राइड की नियमित जांच और रखरखाव नहीं किया जाता। इस लापरवाही के चलते बच्चों और महिलाओं की जान जोखिम में पड़ गई।
स्थानीय लोगों और कई प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया कि थीम पार्क प्रशासन ने हादसे के बाद शुरुआत में स्थिति को संभालने की गंभीरता नहीं दिखाई। अगर समय रहते सही कार्रवाई होती तो लोगों को तीन घंटे तक उस स्थिति में नहीं रहना पड़ता।
डीसीपी मौके पर पहुंचे, मामला दर्ज
हादसे की जानकारी मिलते ही डीसीपी पोन कार्तिक कुमार भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उनके निर्देश पर रेस्क्यू ऑपरेशन को तेजी से आगे बढ़ाया गया। इसके अलावा, नीलंकरई पुलिस ने थीम पार्क प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस का कहना है कि थीम पार्क की सभी राइड्स की तकनीकी जांच की जाएगी ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। अगर पार्क प्रबंधन की लापरवाही सामने आती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सवालों के घेरे में थीम पार्क की सुरक्षा
इस घटना ने एक बार फिर से देश में मौजूद थीम पार्कों और मनोरंजन स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या राइड्स की समय-समय पर तकनीकी जांच होती है? क्या सुरक्षा के पर्याप्त उपाय होते हैं? इन सवालों का जवाब अब चेन्नई की इस घटना के बाद हर नागरिक जानना चाहता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मनोरंजन स्थलों में सुरक्षा उपायों का पालन सख्ती से होना चाहिए और हर राइड के संचालन से पहले उसका टेक्निकल ऑडिट अनिवार्य किया जाना चाहिए।
निष्कर्ष
चेन्नई का यह हादसा एक चेतावनी है कि थोड़ी सी लापरवाही सैकड़ों लोगों की जान को खतरे में डाल सकती है। भले ही इस घटना में कोई जान का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन जो डर, दहशत और असुरक्षा का माहौल बना, वह लोगों की मानसिक स्थिति पर गहरा असर डाल गया है। जरूरत इस बात की है कि हर शहर में मनोरंजन स्थलों की नियमित जांच हो और लापरवाह संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।