देश में एक बार फिर मौसम ने अपना रौद्र रूप दिखाने की तैयारी कर ली है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आगामी दिनों के लिए कई राज्यों में चक्रवाती तूफान, धूल भरी आंधी, तेज बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। दिल्ली-एनसीआर समेत 18 राज्यों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक एहतियात बरतने की सलाह दी है।
कई इलाकों में एक्टिव हैं चक्रवाती सर्कुलेशन
देश के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न प्रकार के चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) एक्टिव हैं, जो मौसम के बिगड़ने की मुख्य वजह हैं।
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एक सर्कुलेशन उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर बना हुआ है।
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दूसरा बिहार के ऊपर सक्रिय है।
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तीसरा पूर्वी असम के आसमान में देखा गया है।
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साथ ही, एक ट्रफ रेखा उत्तर-पश्चिम राजस्थान से लेकर मन्नार की खाड़ी तक और दूसरी पूर्वी मध्य प्रदेश से दक्षिण असम तक बनी हुई है।
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दक्षिण रायलसीमा (आंध्र प्रदेश) में भी चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
इन सबके कारण पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में अगले 5 दिनों तक तेज हवाओं के साथ भारी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। हवाओं की रफ्तार 40-60 किमी/घंटे तक पहुंच सकती है।
70 किमी/घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
विशेष रूप से गंगीय पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे राज्यों में 18 से 23 अप्रैल तक भारी बारिश के साथ ओले गिरने की चेतावनी है।
धूल भरी हवाओं की रफ्तार कई इलाकों में 70 किमी/घंटा तक हो सकती है।
बिहार, केरल, उत्तर ओडिशा और सिक्किम में भी तेज बारिश और आंधी-तूफान के आसार हैं।
दक्षिण भारत के राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश और चक्रवाती तूफान के साथ मौसम खराब रह सकता है।
उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में भी आफत
पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी खराब मौसम बना हुआ है।
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18-19 अप्रैल को इन इलाकों में तेज बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है।
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हवाएं 60 किमी/घंटा तक की गति से चल सकती हैं।
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20 अप्रैल को हिमाचल में और 20-21 अप्रैल को उत्तराखंड में फिर से भारी बारिश हो सकती है।
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पश्चिमी राजस्थान में धूल भरी आंधी की चेतावनी दी गई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में भी भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
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उत्तर-पश्चिम भारत में अगले दो दिनों तक तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा, लेकिन इसके बाद 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी।
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मध्य भारत में तापमान अगले 5 दिनों में 2-3 डिग्री तक बढ़ सकता है।
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पश्चिमी राजस्थान, सौराष्ट्र, कच्छ और महाराष्ट्र में तापमान 42-45 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया।
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जबकि पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और हरियाणा में पारा 38-42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है।
दिल्ली-एनसीआर में भी बदलेगा मौसम का मिजाज
दिल्ली-एनसीआर में भी मौसम ने करवट ली है।
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बीते 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 1 डिग्री और न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
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अधिकतम तापमान 38-39 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24-26 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
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18-20 अप्रैल के बीच आसमान में आंशिक बादल छाए रहेंगे, जबकि 19 अप्रैल को धूल भरी आंधी और बारिश के आसार हैं।
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हवाओं की रफ्तार 30-50 किमी/घंटे तक जा सकती है।
नागरिकों के लिए सुझाव
मौसम विभाग ने नागरिकों को सुझाव दिया है कि:
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बिना आवश्यकता के घर से बाहर न निकलें,
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वाहन सावधानी से चलाएं,
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बिजली उपकरणों और खुले स्थानों से दूर रहें,
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फसलों और पशुओं की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएं।
निष्कर्ष
देशभर में मौसम एक बार फिर खतरनाक मोड़ लेता दिख रहा है। तेज बारिश, आंधी, तूफान और ओलावृष्टि के कारण जनजीवन प्रभावित हो सकता है। ऐसे में नागरिकों को सजग रहने की आवश्यकता है। मौसम विभाग की ओर से समय-समय पर जारी किए जा रहे अपडेट्स पर ध्यान दें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें।