बच्चों के लापता होने का मामला बिहार में अब सिरदर्द साबित होता जा रहा है. आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी से अगस्त के बीच 5958 बच्चे लापता हुए हैं, जिनमें 5117 लड़कियां और 841 लड़के हैं. पुलिस ने इनके पास से 383 लड़के और 2416 लड़कियों को बरामद किया है. राज्य से लापता या अपहृत 3145 बच्चे अब भी लापता हैं. पुलिस मुख्यालय का दावा है कि लापता बच्चों को ढूंढने के लिए पुलिस पूरी कोशिश कर रही है.
पुलिस ने इस बात का दावा किया हैं कि, पुलिस दूसरे राज्यों में लापता बच्चों की न सिर्फ तलाश करती है बल्कि उसका विश्लेषण भी करती है. बताया जाता है कि राज्य के सभी जिलों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में चाइल्डलाइन एडवाइजरी बोर्ड का गठन किया गया है. प्रत्येक थाना प्रभारी को संबंधित थाने का पदेन किशोर कल्याण अधिकारी नामित किया गया है। राज्य से जुड़े मामलों की निगरानी बिहार पुलिस के अपराध जांच विभाग के कमजोर वर्ग द्वारा की जाती है।