इंसान कितना भी होशियार क्यों न हो, एक दिन चोरी करते हुए पकड़ा ही जाता है। हाल ही में ऐसी ही एक कहानी भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य बिहार से सामने आई, जहां हत्या की घटना के करीब दो साल बाद मिले खून के धब्बों से गुत्थी सुलझाने में मदद मिली. बड़ी बात यह है कि महिला की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके ही पति ने की थी और फिर गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी. अब इस रहस्य का खुलासा होने के बाद आरोपी सलाखों के पीछे है. आइए इस दिलचस्प मामले को विस्तार से जानते हैं.
जनवरी 2022 में महिला के लापता होने की सूचना मिली थी
मामला राज्य की राजधानी पटना का है. पुलिस के मुताबिक, फरवरी 2022 में मुरली चक इलाके में रहने वाले धीर नाम के युवक ने अपनी पत्नी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी. थाना प्रभारी के तबादले के बाद एयरपोर्ट पुलिस ने ही मामला दर्ज कर जांच शुरू की, जिससे मामला ठंडा पड़ गया. बाद में जब नये थाना प्रभारी ने नये सिरे से जांच शुरू की तो बार-बार शक की सुई धैर्य पर ही घूम रही थी.
681 दिन बाद गिरफ्तार कर लिया गया
इस संबंध में एयरपोर्ट थाना प्रभारी विनोद पीटर ने बताया कि हाल ही में (दिसंबर 2023 में) जब फोरेंसिक टीम ने धीरज के घर की दोबारा जांच की तो वहां से खून के नमूने लिए गए. इसके बाद पुलिस ने 681 दिन बाद 18 तारीख को उसे गिरफ्तार कर लिया क्योंकि धीरज पहले से ही शक के घेरे में था. अब भी वह पूछताछ के दौरान पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन जब फोरेंसिक ब्लड टेस्ट के बाद धीरज का नार्को टेस्ट किया गया तो सारा राज खुल गया। अब उसे जेल भेज दिया गया है.
राज खुलते ही पत्नी दोस्त पर टूट पड़ी और उसे मार डाला
जहां तक हत्या की वजह का सवाल है तो पुलिस के मुताबिक आरोपी धीरज ने बताया कि उसकी पत्नी के उसके दोस्त के साथ अवैध संबंध थे. उन दोनों की नजदीकियों के बारे में जानने के बाद वह इसे सहन नहीं कर सके। इसके बाद उसने अपनी पत्नी की उसके ही घर में हत्या कर दी. बाद में उसने अपने चार पहिया वाहन में शव को ठिकाने लगा दिया और वापस आकर वाहन समेत पूरे घर को धो डाला। बाद में खुद को बचाने के लिए उसने अपनी पत्नी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।