भारतीय शेयर बाजार में आज, 25 अप्रैल 2025 को, शुरुआती तेजी के बाद गिरावट देखी गई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक लाल निशान पर बंद हुए, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई। विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण हुई है।
बाजार की स्थिति
बीएसई सेंसेक्स 315 अंक या 0.39% की गिरावट के साथ 79,801.43 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 82 अंक या 0.34% की गिरावट के साथ 24,069.2 पर बंद हुआ। सभी 13 प्रमुख सेक्टरों में गिरावट देखी गई, जिसमें स्मॉल-कैप और मिड-कैप इंडेक्स क्रमशः 2.6% और 2% की गिरावट के साथ बंद हुए
गिरावट के कारण
जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कूटनीतिक कदम उठाए हैं, जिसमें वीजा रद्द करना और व्यापारिक संबंधों को निलंबित करना शामिल है। इन घटनाओं ने निवेशकों में अनिश्चितता और भय का माहौल पैदा किया है, जिससे बाजार में गिरावट आई है।El País
वैश्विक बाजारों की स्थिति
एशिया के अन्य प्रमुख बाजारों में तेजी देखी गई। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स लगभग 2% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स भी 1% से अधिक की उछाल हासिल कर चुका है। हांगकांग का हैंग सेंग, ताइवान का TAIEX और चीन का SSE कंपोजिट इंडेक्स भी हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि भारतीय बाजार की गिरावट मुख्य रूप से घरेलू भू-राजनीतिक तनावों के कारण है।
विशेषज्ञों की राय
विश्लेषकों का कहना है कि भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। हालांकि, वे यह भी मानते हैं कि यदि स्थिति नियंत्रण में रहती है, तो बाजार जल्द ही स्थिर हो सकता है।
निष्कर्ष
भारतीय शेयर बाजार में आज की गिरावट मुख्य रूप से भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण हुई है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें और बाजार की स्थिति पर नजर बनाए रखें। यदि भू-राजनीतिक स्थिति में सुधार होता है, तो बाजार में भी स्थिरता आ सकती है।