केंद्र सरकार ने देश की टैक्स प्रणाली को सरल और जनसहायक बनाने के लिए वस्तु एवं सेवा कर (GST) की दरों में व्यापक सुधार का प्रस्ताव दिया है। सरकार का यह कदम सीधे तौर पर उपभोक्ताओं और व्यापारियों को राहत देने वाला है। जैसे ही इस प्रस्ताव की खबर आई, भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त प्रतिक्रिया देखी गई और सेंसेक्स व निफ्टी में करीब 1.5% की तेजी दर्ज की गई। विशेषज्ञों का कहना है कि करीब 26 सेक्टर्स को इस बदलाव से सीधा फायदा होगा।
क्या है नया प्रस्ताव?
केंद्र सरकार ने GST की दो प्रमुख स्लैब—12% और 28% को हटाकर टैक्स दरों को 5% और 18% में समाहित करने का सुझाव दिया है। वहीं, कुछ विशेष और लग्जरी उत्पादों पर 40% तक की दर से टैक्स वसूले जाने का प्रस्ताव है। यह प्रस्ताव मंत्रियों के समूहों और राज्य सरकारों को भेजा गया है, जिससे इस पर अंतिम मुहर लगाई जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकेत दिए हैं कि GST की ये नई दरें अक्टूबर 2025 में दिवाली के आस-पास लागू की जा सकती हैं। इसका उद्देश्य आम आदमी पर टैक्स का बोझ कम करना और उपभोग को बढ़ावा देना है।
किन सेक्टर्स को होगा फायदा?
GST सुधारों का असर विशेष रूप से उपभोग आधारित क्षेत्रों पर पड़ेगा। इनमें शामिल हैं:
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के अनुसार, इन सेक्टर्स की ग्रोथ में तेजी आने की उम्मीद है।
ऑटो सेक्टर
मारुति, टाटा मोटर्स, अशोक लेलैंड जैसी कंपनियों को सीधे लाभ मिलने की संभावना है। टाटा मोटर्स के शेयरों में पहले ही तेजी देखी जा रही है।
बैंकिंग और फाइनेंस
ICICI बैंक, HDFC बैंक और IDFC फर्स्ट बैंक जैसे बड़े नामों को फायदा होगा। साथ ही नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां (NBFCs) जैसे बजाज फाइनेंस भी इस ग्रोथ वेव का हिस्सा बन सकती हैं। टैक्स की दरें कम होने से कंज्यूमर लोन की मांग बढ़ेगी, जिससे क्रेडिट कार्ड कंपनियों को भी फायदा होगा।
कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और सीमेंट उद्योग
ब्रिटानिया और HUL जैसी कंज्यूमर स्टेपल कंपनियों को भी फायदा होगा, क्योंकि इनके अधिकतर प्रोडक्ट्स 18% टैक्स के दायरे में आते हैं। GST की दरें कम होने से इनकी कीमतें घटेंगी और मांग बढ़ेगी।
सीमेंट उद्योग में अल्ट्राटेक और JK सीमेंट जैसी कंपनियां प्रमुख लाभार्थी हो सकती हैं। GST की 28% दर को 18% करने से सीमेंट की कीमतों में 7.5% से 8% तक की कमी आ सकती है, जिससे कंस्ट्रक्शन सेक्टर को भी बूस्ट मिलेगा।
टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुएं (Consumer Durables)
एयर कंडीशनर, फ्रीज, और माइक्रोवेव जैसे उत्पादों पर अभी 28% GST लगता है। नए प्रस्ताव के तहत यदि ये 18% में आते हैं, तो वोल्टास और हैवेल्स जैसी कंपनियों को फायदा मिलेगा। इससे इनकी बिक्री में इज़ाफा संभव है।
बीमा और हेल्थ सेक्टर
GST प्रस्ताव में बीमा पॉलिसियों पर भी राहत की उम्मीद जताई जा रही है। वर्तमान में स्वास्थ्य बीमा और टर्म पॉलिसियों पर 18% GST लगता है। प्रस्तावित सुधारों के तहत यह घटकर 5% हो सकता है या कुछ मामलों में पूरी तरह छूट मिल सकती है। इससे निवा बूपा, मैक्स लाइफ, HDFC लाइफ और स्टार हेल्थ जैसी कंपनियों को सीधा लाभ होगा। साथ ही वरिष्ठ नागरिकों को भी राहत मिलेगी।
निवेशकों के लिए अवसर
GST की नई दरों से जिन कंपनियों और सेक्टर्स को फायदा होगा, उन पर निवेशकों की नजर बनी हुई है। विशेषज्ञ मानते हैं कि टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस, ICICI बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, वोल्टास, HUL, और HDFC लाइफ जैसी कंपनियों के शेयरों में दीर्घकालिक वृद्धि संभव है।
निष्कर्ष
GST में यह बदलाव देश की टैक्स प्रणाली को सरल, पारदर्शी और जनहितैषी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल आम उपभोक्ता को राहत मिलेगी बल्कि निवेशकों, उद्योगों और सरकार सभी को लाभ होगा। दिवाली से पहले अगर यह प्रस्ताव लागू होता है, तो यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक मोड़ साबित हो सकता है।