भारत की सबसे बड़ी निजी हवाई अड्डा ऑपरेटर अदानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) ने एक बड़ा वित्तीय सौदा किया है। यह कंपनी अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की एक सहायक इकाई है और देशभर में कई प्रमुख हवाई अड्डों का संचालन करती है। AAHL ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय बैंकों के एक समूह से 750 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रकम एक्सटर्नल कमर्शियल बॉरोइंग्स (ECB) के जरिए जुटाई है।
कौन-कौन से बैंक रहे शामिल
इस फंडिंग ट्रांजैक्शन को तीन बड़े अंतरराष्ट्रीय बैंकों – फर्स्ट अबू धाबी बैंक, बार्कलेज और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने लीड किया है। यह लेनदेन इस बात का प्रमाण है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भारतीय एविएशन सेक्टर के प्रति विश्वास लगातार मजबूत हो रहा है।
फंडिंग का इस्तेमाल कहां होगा?
कंपनी की ओर से जारी प्रेस रिलीज में बताया गया है कि इस रकम का उपयोग मौजूदा कर्ज के रीफाइनेंस (पुनर्भुगतान), एविएशन इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने और एयरपोर्ट्स की क्षमता बढ़ाने में किया जाएगा। विशेष रूप से यह फंडिंग निम्नलिखित छह हवाई अड्डों पर केंद्रित रहेगी:
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अहमदाबाद
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लखनऊ
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मंगलुरु
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जयपुर
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गुवाहाटी
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तिरुवनंतपुरम
यह सभी हवाई अड्डे वर्तमान में AAHL के संचालन में हैं और इनकी क्षमता में सुधार लाने के लिए कंपनी रणनीतिक निवेश करेगी।
नॉन-एयरो बिजनेस पर भी नजर
AAHL सिर्फ एविएशन ऑपरेशन तक सीमित नहीं रहना चाहती। कंपनी नॉन-एयरो बिजनेस जैसे कि रिटेल, फूड एंड बेवरेज (F&B), ड्यूटी-फ्री स्टोर्स और एयरपोर्ट पर अन्य सहायक सेवाओं का भी विस्तार करने की योजना बना रही है। इसका मकसद हवाई अड्डों को एक समग्र अनुभव केंद्र के रूप में विकसित करना है, जिससे यात्रियों को बेहतर सेवाएं मिलें और कंपनी को भी राजस्व के नए स्रोत प्राप्त हों।
2024-25 में 9.4 करोड़ यात्रियों को दी सेवाएं
वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान AAHL ने 9.4 करोड़ यात्रियों को सेवाएं दी, जबकि कंपनी की कुल सेवा क्षमता 11 करोड़ यात्रियों की है। यह आंकड़ा भारत में हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को दर्शाता है। कंपनी का दीर्घकालिक लक्ष्य है कि 2040 तक सालाना 30 करोड़ यात्रियों को सेवा देने की क्षमता विकसित की जाए।
नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा गेम चेंजर
AAHL की भविष्य की योजना में सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसका पहला चरण जल्द ही शुरू होने वाला है। इसके पहले चरण में 2 करोड़ यात्रियों की क्षमता जोड़ी जाएगी, जिसे बाद में बढ़ाकर 9 करोड़ यात्रियों तक ले जाया जाएगा। यह प्रोजेक्ट न केवल मुंबई बल्कि पूरे पश्चिमी भारत के एविएशन इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेगा।
क्या बोले CEO अरुण बंसल?
AAHL के CEO अरुण बंसल ने इस फंडिंग को लेकर प्रतिक्रिया दी और कहा,
“प्रमुख वैश्विक वित्तीय संस्थानों का हम पर भरोसा भारत के एविएशन इंफ्रास्ट्रक्चर की लंबी अवधि की संभावनाओं और मूल्य को दर्शाता है। हम इस वित्तीय सहयोग के जरिए भारत के एयरपोर्ट नेटवर्क को वैश्विक मानकों के अनुसार विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”